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क्यों बढ़ रही है कैंसर की बीमारी, जानने के लिए जरूर पढ़ें इस खबर को

क्यों बढ़ रही है कैंसर की बीमारी, जानने के लिए जरूर पढ़ें इस खबर को

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by August 22, 2023 Health/Fitness

22 August. 2023. Health Desk. करीब एक से डेढ़ दशक पहले तक कैंसर के एक दो मामले सुनने को मिलते थे, लेकिन आज हर चौथे-पांचवे घर में एक कैंसर का मरीज़ है! सवाल ये कि ऐसा क्या बदला कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी इतनी आम हो गई।
आइए जानते हैं भारत में तेज़ी से पैर पसारते कैंसर के कुछ कारण…

रेडिएशन तकनीक बढ़ने के साथ साथ मोबाइल फोन और दूसरे गैजेट का इस्तेमाल भी तेज़ी से बढ़ा और इससे होने वाले रेडिएशन ने कब हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाया खुद हमें इस बात का एहसास नहीं हुआ! एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मोबाइल फोन के ज़रूरत से अधिक उपयोग से हमें कैंसर हार्ट डिजीज और दूसरी समस्याएं हो सकती हैं, एक शरीर की क्षमता 500 रेड तक सहने की होती है उससे ज्यादा होने पर कैंसर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए फोन का इस्तेमाल करते वक्त हेडफोन ज़रूर लगाएं जिससे आप सीधे रेडिएशन के संपर्क में आने बचें।

प्लास्टिक का ज्यादा इस्तेमाल कैंसर का भी कारण बन सकता है, खासकर प्लास्टिक की पॉलिथीन में रखी गरम चीज खाने या पीने से कैंसर की आशंका बढ़ जाती है, रिसर्च में यह साबित हुआ है कि प्लास्टिक में बिस्फिनॉल ए यानि (बीपीए) नाम का केमिकल होता है जो कोशिकाओं में बदलाव करके कैंसर का खतरा बढ़ा देता है।

तम्बाकू का सेवन – अमेरिका के डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार स्मोकिंग और तंबाकू का सेवन करने वालों में फेफड़ों का कैंसर होने की गुंजाइश 25% अधिक होती है, आजकल की लाइफस्टाइल में शराब, तंबाकू और स्मोकिंग को फैशन स्टेटमेंट के तौर पर देखा जाता है, ऐसे में नाइटलाइफ पार्टी और क्लब कल्चर ने नशे को बढ़ावा दिया और उसने गंभीर बीमारी को।

आर्सेनिक – आर्सेनिक लाेगाें के शरीर में आरबीसी के साथ जुड़ जाता है। इसके बाद सिस्टीन, टॉरिन के साथ मिलकर एसिड बनाता है और पित्ताशय की थैली तक पहुंच जाता है और लंबे समय तक इसका इलाज नहीं हाेने पर पित्ताशय की थैली के कैंसर बन जाता है। आर्सेनिक की पानी में बढ़ती मात्रा और उसी पानी से सब्जियों की सिंचाई से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ज़रूरी है पानी को प्यूरिफाई कर के या उबाल कर ही पीएं।

ओबेसिटी और व्यायाम नहीं करना भी बीमारियों को न्योता देता है, ज्यादा वजन होने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपको कैंसर हो ही जाएगा, लेकिन नॉर्मल वेट वाले लोगों की तुलना में आपको कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है।

हर साल कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं, 2020 तक करीब 10 लाख मामले सामने आ चुके हैं, रिसर्चर मानते हैं कि ये आंकड़ा 3 करोड़ तक पहुंच सकता है, समय पर खाना, व्यायाम, नींद पूरी करना और नशे से दूर रहना हमें इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचा सकता है।

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