प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले करीब आधे बच्चे दूसरी कक्षा की किताब तक नहीं पढ़ पाते। वहीं, आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले करीब 20 फीसदी Continue Reading »