
Uttarakhand प्रसिद्ध पूर्णागिरि मंदिर को अब ट्रस्ट के अधीन लाने की कवायद, समर्थन और विरोध में लोग उतरे
चम्पावत जिले में स्थित उत्तर भारत के 52 शक्तिपीठों में से एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ पूर्णागिरी मंदिर को सरकार ट्रस्ट बनाने जा रही है, सरकार से मिले आदेश के बाद जिला प्रशासन ट्रस्ट को लेकर बायलॉज तैयार करने में जुट गया है, ऐसे में ट्रस्ट बनाने की मांग करने वाले समर्थक और पूर्णागिरि को ट्रस्ट बनाये जाने के खिलाफ पुजारी आमने सामने आ गए हैं।
पूर्णागिरि को ट्रस्ट बनाने को लेकर एक जनहित याचिका पर हाईकोर्ट ने दो साल पहले सरकार को निर्देश दिए थे जिसके बाद सरकार ने पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाने के लिए जिला प्रशासन को एक महीने के अंदर बायलॉज तैयार करने के आदेश दिए हैं, जिस पर जिला प्रशासन ने एक टीम भी गठित कर दी है।
वहीं दो दशक से पूर्णागिरि को ट्रस्ट बनाए जाने की मांग उठती भी रही है, ट्रस्ट की मांग कर रहे लोगों ने सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर की है तो वहीं पूर्णागिरी मन्दिर के पुजारी भी ट्रस्ट के खिलाफ आ गए हैं। पूर्णागिरि समिति के अध्यक्ष का कहना है कि पूर्णागिरि माता उनकी कुल देवी है, सदियों से उनकी पूजा करते आ रहें हैं, सरकार बिना पुजारियों को भरोसे में लिए ट्रस्ट बनाने का कदम कैसे उठा सकती है । रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार गुप्ता, चंपावत
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