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उत्तराखंड ने तूफान प्रभावित उडिशा को दी 5 करोड़ की मदद, राहत और बचाव कार्य तेज

उत्तराखंड ने तूफान प्रभावित उडिशा को दी 5 करोड़ की मदद, राहत और बचाव कार्य तेज

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by May 8, 2019 News

ओडिशा में चक्रवाती तूफान फोनी की चपेट में आए क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है. पानी की सप्लाई और बिजली की आपूर्ति बहाल करने पर खास ज़ोर दिया जा रहा है. पुरी में मोबाइल नेटवर्क ने काम करना शुरू कर दिया है. सड़क संपर्क भी कई क्षेत्रों में बहाल किया जा रहा है. इस बीच ओडिशा के लिए मदद के हाथ भी उठ रहे हैं. उत्तराखंड की ओर से ओ़डिशा को पांच करोड़ रुपये की सहायता दी जा रही है.

चक्रवाती तूफान फोनी द्वारा मचाई गई तबाही के बाद ओडिशा के तूफान प्रभावित इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की बहाली का काम तेजी से चल रहा है. राजधानी भुवनेश्वर में 40 प्रतिशत इलाकों में पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है. साथ ही 25 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है.

पुरी में भी कुछ इलाकों में संचार सुविधा बहाल कर दी गई है और मोबाइल नेटवर्क ने काम करना शुरू कर दिया है. शहर में जन-जीवन अब सामान्य की ओर बढ़ रहा है. राज्य में सड़क संपर्क को भी तेज़ी से बहाल करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. भुवनेश्वर से पुरी, पुरी से कोणार्क, गोप, नीमापाड़ा, अस्तारंगा, पुरी से ब्राह्मणगिरी, देलांग से खुर्दा, पिपीली से जाटनी तक की सड़कें यातायात के लिए बहाल कर दी गई हैं.

राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सुविधाओं को तेजी से बहाल करने के लिए काम में लगे लोगों को धन्यवाद दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “उन लोगों के प्रति गहरी कृतज्ञता जो दिन-रात काम कर रहे हैं, व्यक्तिगत योगदान और श्रमिकों के समर्पण के लिए धन्यवाद. ओडिशा आपको सलाम करता है.”

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चक्रवात से प्रभावित ओडिशा को अतिरिक्त 1,000 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य का दौरा करने के बाद इसकी घोषणा की थी. 1000 करोड़ रुपये की यह राशि 341 करोड़ रुपये के अतिरिक्त होगी जो पहले ही ओडिशा राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को मुहैया कराई गई है.

ओडिशा में 2,500 से अधिक कर्मी बिजली सेवा बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं और केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने 5,500 बिजली के खंभे भेजे हैं, जबकि 15,000 और खंभे 14 मई तक भेजे जाएंगे. रेलवे ने भी राज्य में सभी लाइनों पर ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं. इस बीच राज्य सरकार ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई दवाइयां मिल गई हैं और बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं.

इधर दिल्ली में कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा ने राहत और बचाव कार्यों का जायज़ा लेने के लिए एक बैठक की जिसमें ओडिशा सरकार के अधिकारियों ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हिस्सा लिया. कैबिनेट सचिव ने बिजली एवं दूरसंचार सेवाओं को प्राथमिकता के आधार पर जल्दी से जल्दी बहाल करने का निर्देश दिया.

चक्रवात के कारण नीट परीक्षा राज्य में स्थगित कर दी गई थी. अब यह परीक्षा 20 मई को होगी. इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए भी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने राज्य के छात्रों को पंजीकरण कराने के लिए 5 दिन की छूट दी है. राज्य के अब छात्र 14 मई तक पंजीकरण करा सकेंगे. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जेईई (एडवांस्ड) 2019 के लिए ओडिशा के छात्रों को उनके पंजीकरण के लिए 14 मई तक 5 दिनों का विस्तार मिलेगा. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के अनुरोध के बाद इस आशय का निर्णय लिया गया.”

इस बीच ओडिशा को दूसरे राज्यों से मदद मिलने का सिलसिला जारी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ओडिशा में आपदा प्रभावितों के लिए राज्य सरकार की ओर से पांच करोड़ रुपये की सहायता स्वीकृत की है. गौरतलब है कि 3 मई को आए चक्रवातीय तूफान फोनी से ओडिशा में काफी नुकसान हुआ है और कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई थी.

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