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मुलायम सिंह यादव का निधन, उत्तराखंड से लाए दो बहुएं, राज्य के लिए हीरो और विलेन दोनों रहे

मुलायम सिंह यादव का निधन, उत्तराखंड से लाए दो बहुएं, राज्य के लिए हीरो और विलेन दोनों रहे

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by October 10, 2022 News

10 Oct. 2022. Dehradun. समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है, वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे, गुरुग्राम के एक अस्पताल में सोमवार तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह यादव अविभाजित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे, वह केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे। उत्तराखंड से मुलायम सिंह यादव का घनिष्ठ संबंध रहा है उनकी दोनों बहुएं उत्तराखंड से हैं, उत्तराखंड के पौड़ी जिले से हैं, जिनमें से एक बिष्ट परिवार से और दूसरी रावत परिवार से हैं। हालांकि अलग उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान उत्तराखंड के जनमानस में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छवि और तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की छवि काफी खराब हो गई। लेकिन इस बात को कम ही लोग जानते हैं कि अलग उत्तराखंड राज्य की मांग को पहली बार केंद्र सरकार तक पहुंचाने में मुलायम सिंह यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।

मुलायम सिंह यादव 1989 में जब जनता दल की सरकार में मुख्यमंत्री बने थे तो तब उन्होंने उत्तराखंड के लोगों से अलग उत्तराखंड राज्य बनाने का वादा किया था, अलग उत्तराखंड राज्य की मांग जोर पकड़ने के बाद 1993 में समाजवादी पार्टी के मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने कौशिक समिति का गठन किया था, जिसने अलग उत्तराखंड राज्य और उसकी राजधानी गैरसैंण के रूप में ड्राफ्ट तैयार किया, जिसे 1994 में मुलायम सिंह यादव ने राज्य के दोनों सदनों से पास करवा कर केंद्र सरकार को भेज दिया। इसी दौरान 1994 में अलग उत्तराखंड राज्य की मांग के आंदोलन के दौरान खटीमा, मसूरी और रामपुर तिराहा गोली कांड के बाद मुलायम सिंह यादव की छवि उत्तराखंड के जनमानस में काफी खराब हो गई। हालांकि यह अलग राज्य आंदोलन भी तत्कालीन सरकार के एक फैसले के बाद ही शुरू हुआ था, दरअसल तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के लिए आर्थिक आधार पर 27 फ़ीसदी आरक्षण का फैसला किया जाना था, जिसका विरोध शुरू हुआ और यह अलग राज्य आंदोलन के तौर पर बदल गया।

रक्षा मंत्री रहने के दौरान मुलायम सिंह यादव ने भारतीय सुरक्षा बलों के लिए कुछ ऐसे संशोधन किए जिसका आर्थिक एवं प्रशासनिक फायदा सैनिकों को हुआ। पहले जवानों के शहीद होने पर सिर्फ उनकी बेल्ट और कैप घर पर पहुंचाई जाती थी, लेकिन मुलायम सिंह यादव के रक्षा मंत्री रहने के दौरान यह फैसला लिया गया कि जवानों के शहीद होने पर उनके पार्थिव शरीर को घर तक पहुंचाया जाएगा। उत्तराखंड सैन्य बहुल राज्य होने के कारण रक्षा मंत्री रहने के दौरान मुलायम सिंह यादव के लिए गए फैसलों का यहां काफी लोगों को फायदा हुआ।

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