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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन किया, पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन को भी राष्ट्र को किया समर्पित

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन किया, पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन को भी राष्ट्र को किया समर्पित

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by December 30, 2023 News

30 Dec. 2023. Ayodhya. अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन किया और पुनर्निर्माण किए गए रेलवे स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नवनिर्मित अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया है वहीं पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन – जिसे अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है – का पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।

एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अयोध्या हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मिकी के नाम पर रखने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मिकी की रामायण, ज्ञान का मार्ग है जो हमें श्री राम से जोड़ती है। आधुनिक भारत में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हमें अयोध्या धाम और दिव्य-भव्य राम मंदिर से जोड़ेगा। पहले चरण में हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 10 लाख यात्रियों की है और दूसरे चरण के बाद, महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सालाना 60 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा।

अत्याधुनिक हवाई अड्डे के पहले चरण को 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्गमीटर होगा, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा। टर्मिनल बिल्डिंग का अग्रभाग अयोध्या के निर्माणाधीन श्री राम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है। टर्मिनल बिल्डिंग के भीतरी हिस्सों को भगवान श्री राम के जीवन को दर्शाने वाली स्थानीय कला, पेंटिंग और भित्ति चित्रों से सजाया गया है। अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न स्थिरता सुविधाओं से लैस है जैसे कि इन्सुलेशन छत प्रणाली, एलईडी प्रकाश व्यवस्था, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल शोधन संयंत्र, सीवेज शोधन संयंत्र, सौर ऊर्जा संयंत्र और ऐसी कई अन्य सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ये सभी सुविधाएं गृह–5 स्टार रेटिंग के अनुरूप होंगी। हवाई अड्डे से क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।

वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया और नई अमृत भारत ट्रेनों व वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कई अन्य रेलवे परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया।

बाद में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर 10 हजार लोगों को संभालने की क्षमता है, लेकिन नवीनीकरण पूरा होने के बाद अब यह क्षमता बढ़कर 60 हजार तक पहुंच जाएगी। प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एवं नमो भारत के बाद नई ट्रेन श्रृंखला ‘अमृत भारत’ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पहली अमृत भारत ट्रेन अयोध्या से होकर जा रही है। उन्होंने यूपी, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के लोगों को आज ये ट्रेनें मिलने पर बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने आधुनिक अमृत भारत ट्रेनों में निहित गरीबों की सेवा की भावना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “जो लोग अक्सर अपने काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और जिनकी उतनी आय नहीं है, वे भी आधुनिक सुविधाओं व आरामदायक यात्रा के हकदार हैं। इन ट्रेनों को गरीबों के जीवन की गरिमा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।” प्रधानमंत्री ने विकास को विरासत से जोड़ने में वंदे भारत ट्रेनों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन काशी से चली थी। आज देश में 34 मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। वंदे भारत ट्रेनें काशी, कटरा, उज्‍जैन, पुष्‍कर, तिरूपति, शिरडी, अमृतसर, मदुरै जैसे आस्था के हर बड़े केंद्र को जोड़ती हैं। इसी कड़ी में, आज अयोध्या को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है।”

पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन – जिसे अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है – का पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।  इस तीन-मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन की इमारत लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा सामग्रियों की दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यह स्टेशन भवन ‘सभी के लिए सुगम’ और ‘आईजीबीसी प्रमाणित हरित स्टेशन भवन’ होगा।

अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देश में सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की एक नई श्रेणी – अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। अमृत ​​भारत ट्रेन गैर वातानुकूलित डिब्बों वाली एक एलएचबी पुश पुल ट्रेन है। बेहतर त्वरण के लिए इस ट्रेन के दोनों छोर पर इंजन हैं। इसमें रेल यात्रियों के लिए सुंदर एवं आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक, उपयुक्त मोबाइल होल्डर के साथ मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, एलईडी लाइट, सीसीटीवी, सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी बेहतर सुविधाएं प्रदान की गईं हैं। प्रधानमंत्री ने छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई।

प्रधानमंत्री ने दो नई अमृत भारत ट्रेनों यानी दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस और मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।

प्रधानमंत्री ने अमृत ट्रेनों की पहली यात्रा में सफर करने वाले स्कूली बच्चों से बातचीत की।

प्रधानमंत्री ने छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई। इनमें श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस; अमृतसर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस; कोयंबटूर-बैंगलोर कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस; मैंगलोर-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस; जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस और अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु 2300 करोड़ रुपये की तीन रेलवे परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में रूमा चकेरी-चंदेरी तीसरी लाइन परियोजना; जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के जौनपुर-तुलसी नगर, अकबरपुर-अयोध्या, सोहावल-पटरंगा और सफदरगंज-रसौली खंड; और मल्हौर-डालीगंज रेलवे खंड का दोहरीकरण व विद्युतीकरण परियोजना शामिल है।  

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