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पीएम केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद, DRDO लगाएगा 500 मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र

पीएम केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद, DRDO लगाएगा 500 मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र

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by April 28, 2021 News

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद को स्वीकृति दी है।यह फैसला कोविड प्रबंधन के लिए तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) आपूर्ति में सुधार के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिया गया। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटरों की जल्द से जल्द खरीद की जाए और अधिक मामले वाले राज्यों को इन्हें उपलब्ध करवाया जाए। ये पीएसए संयंत्र जिला मुख्यालयों और टीयर 2 शहरों में स्थित अस्पतालों में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में बढ़ोतरी करेंगे। घरेलू विनिर्माताओं को डीआरडीओ और सीएसआईआर द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक के हस्तांतरण के साथ इन 500 पीएसए संयंत्रों को स्थापित किया जाएगा।

वहीं रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा एलसीए, तेजस में ऑन बोर्ड ऑक्सीजन जनरेशन के लिए विकसित की गयी मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट (एमओपी) तकनीक अबकोविड​​-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन से जुड़े वर्तमान संकट से लड़ने में मदद करेगी। ऑक्सीजन संयंत्र1,000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) की क्षमता के लिए बनाया गया है। प्रणाली पांच एलपीएम की प्रवाह दर पर 190 रोगियों की जरूरत को पूरा कर सकती है और प्रति दिन 195 सिलेंडर चार्ज कर सकती है। मैसर्स टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, बेंगलुरु और मैसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया गया है, दोनों देश के विभिन्न अस्पतालों में स्थापना के लिए 380 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे। सीएसआईआर से संबंधित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के साथ काम करने वाले उद्योग 500 एलपीएम क्षमता के 120 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे। कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों और अस्पतालों में ऑक्सीजन एक बहुत महत्वपूर्ण क्लीनिकल ​​गैस है। मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट (एमओपी) तकनीक 93±3 प्रतिशतसांद्रता के साथ ऑक्सीजन उत्पन्न करने में सक्षम है जिसकी सीधे अस्पताल के बेड पर आपूर्ति की जा सकती है या जिसका उपयोग मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर भरने के लिए किया जा सकता है। यह वायुमंडलीय वायु से सीधे ऑक्सीजन उत्पन्न करने के लिए प्रेशर स्विंग ऐडसॉर्प्शन (पीएसए) तकनीक और मोलेकुलर सिएव (जोलाइट) तकनीक का उपयोग करता है।शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करने के लिए एमओपी तकनीक उपयोगी होगी। अस्पताल दूसरी जगहों से ऑक्सीजन मंगाने पर निर्भर होने के बजाए लागत प्रभावी तरीके से इस ऑक्सीजन संयंत्र के माध्यम से अपने परिसर में ही मेडिकल ऑक्सीजन पैदा करने में सक्षम होंगे।

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