
उत्तराखंड : रो-रो कर गुरुकुल से भागे छात्र ने बताई अपनी दास्तान, सुनकर सिहर उठे लोग
उत्तराखंड के ऋषिकेश में चिल्ड्रन होम अकेडमी भोगपुर में एक छात्र की पिटाई और उसकी हत्या का मामला अभी थमा भी नहीं था कि गुरुकुल आवासीय विद्यालय से एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है, स्थानीय अखबारों में छपी खबर के मुताबिक मंगलवार को एक छात्र आवासीय विद्यालय से भागकर शहर के तिराहे पर आ गया, छात्र बुरी तरह रो रहा था और उसने आरोप लगाया कि गुरुकुल में शिक्षक और दूसरे छात्र उसे बुरी तरह पीटते हैं और उससे काम भी करवाते हैं ।
दरअसल छात्र वीरपुर खुर्द स्थित परमार्थ गुरुकुल में छठी कक्षा का संस्कृत विद्यार्थी है। मंगलवार को करीब डेढ़ बजे वह आश्रम से रोता बिलखता बदहवास स्थिति में वीरपुर खुर्द तिराहे पर पहुंचा। उसकी वेशभूषा देख स्थानीय लोगों ने ऋषिकुमार को रोका और घटनाक्रम के बारे में पूछा।ऋषिकुमार मुरादाबाद का रहने वाला है, उसका दाखिला बीते 4 अप्रैल को हुआ था, 5 अप्रैल को वीरपुर खुर्द स्थित परमार्थ गुरुकुल में उसे अध्ययन के लिए भेजा गया।
छात्र ने आरोप लगाया कि गुरुकुल में उसकी पिटाई की जाती है और मंगलवार को दिन में जब वह सो रहा था तो छात्रों ने नींद में ही उसकी पिटाई की। उसके बाद वह किसी तरह गुरुकुल से भाग कर बाहर आ गया, स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी गुरुकुल को दी तो दो शिक्षक उसे लेने आए, लेकिन उन शिक्षकों के आने के बाद वह बुरी तरह डर गया और रोने लगा। इसके बाद स्थानीय लोगों की इन शिक्षकों से भी झड़प हो गई, बाद में किसी तरह पुलिस के आने के बाद छात्र को हरिद्वार स्थित उसके एक रिश्तेदार को सौंप दिया गया । इस पूरे मामले के बाद इस तरह के स्कूलों पर सवालिया निशान लगने लगे हैं, 4 घंटे तक छात्र स्कूल से गायब रहा, तब भी गुरुकुल को इसकी कोई चिंता नहीं थी ।
इस सब के बीच परमार्थ गुरुकुल और उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, अमर उजाला अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार परमार्थ गुरुकुल का कहना है कि बच्चे की पिटाई नहीं की गई है बल्कि बच्चे का मन गुरुकुल में नहीं लग रहा था। वहीं बाल संरक्षण आयोग का कहना है कि वह बच्चे का मेडिकल कराकर इस पूरे मामले की जांच गुरुकुल में जाकर करेंगे ।
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Mirror News