भारत ने लगभग बना लिया है छोटा विमान, उत्तराखंड के लिए होगा काफी कामयाब
भारत में आज सारस- MK2 विमान की दूसरी प्रायोगिक उड़ान सफल रही, ये विमान भारत का पहला हल्का यातायात विमान है, इसे सीएसआईआर और एनएएल ने विकसित किया है।
इस विमान में 19 सीट होंगी और ये इस साल जुलाई तक उपयोग के लिए निर्माण अवस्था में आ सकता है। भारत के विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि ये विदेशों से इसी तरह के मॉडलों से 30 से 40 फीसदी तक सस्ता होगा।
हर्षवर्धन ने बताया कि अगले 10 साल में देश के विभिन्न छोटी जगहों को जोड़ने के लिए इस तरह के 100 से 150 विमानों की जरूरत पड़ेगी, आशा की जा रही है कि अगले कुछ सालों में सारस का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा।
हर्षवर्धन ने बताया कि इस तरह के विमान आने वाले समय में एअर एम्बुलेंस से लेकर दूसरे कामों में आएंगे जिसमें छोटे विमानों का उपयोग होता है। सबसे खास बात ये है कि ये विमान हमारे वैज्ञानिकों ने खुद बनाया है।
Delhi Beauro , Mirror