उत्तराखंड : दुकानों में बचे तेल से अब चलेगी गाड़ी, सेहत को भी होगा फायदा
आपने देखा होगा कि दुकानों पर जलेबी, पूड़ी या दूसरे सामान तैयार करने के बाद काफी सारा तेल बच जाता है, जिसमें दुबारा खाना बनाना नुकसान देता है, अब जल्द ही इस बचे हुए तेल से गाड़ी चलाने की तैयारी की जा रही है । इससे दुकानवालों को भी अपने यहां से खराब तेल बेचकर फायदा होगा वहीं इस तेल से बायोफ्यूल बनने के बाद पर्यावरण को भी कम नुकसान होगा । उत्तराखंड के खाद्य सुरक्षा विभाग ने देहरादून हलवाई एसोसिएशन और देहरादून बेकरी एसोसिएशन के सहयोग से हरिद्वार रोड स्थित अतिथि कम्युनिटी सेंटर में एक कार्यशाला का आयोजन किया था । इस कार्यशाला में तय हुआ कि दुकानदार अब एक ही तेल में तीन बार से अधिक खाद्य पदार्थ नहीं बना सकेंगे । ऐसे तेल का इस्तेमाल बायो-डीजल बनाने में होगा । रिपरपज यूज्ड कुकिंग ऑयल (रुको) की जानकारी उन्होंने व्यापारियों को दी ।
इस मुहीम का सबसे ज्यादा फायदा ये होगा कि पुराने तेल में दुकानदार खाद्य पदार्थों को तैयार नहीं करेंगे जिससे लोगों में कॉलेस्ट्रॉल की समस्या कम होगी वहीं देश में बायोफ्यूल भी ज्यादा से ज्यादा बनाया जा सकेगा । आपको बता दें कि बार-बार फ्राई करने के बाद बचे तेल में पॉलीसाइक्लिक एरोमेटिक हाइड्रोकार्बन (पीएएच) की मात्र भी बढ़ जाती है, जो कैंसर का मुख्य कारक माना जाता है ।
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