महाराष्ट्र : शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस बातचीत जारी, बीजेपी बोली उसके बिना नहीं बनेगी सरकार
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद सरकार गठन को लेकर जोर आजमाइश तेज हो गयी है। कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों में लगी है। शिवसेना फिलहाल राज्य में सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर साझा न्यूनतम कार्यक्रम यानी सीएमपी तैयार करने में जुटी है। सीएमपी के तहत ही तीनों दल मिलकर सरकार चलाएंगे। एनसीपी का कहना है कि तीन दलों की गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास रहेगा।
बताया जा रहा है कि तीनों दल सरकार का हिस्सा हो सकते हैं और किसके हिस्से में कौन सा मंत्रालय आएगा इसे लेकर बातचीत चल रही है। शिवसेना ने भी फिर कहा है कि उनकी पार्टी राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व करेगी। पार्टी नेता संजय राउत के मुताबिक सरकार गठन से पहले कांग्रेस और एनसीपी के बीच जिस न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम किया जा रहा है वह ”राज्य के हित” में होगा।
वहीं बीजेपी ने फिर दावा किया है कि बिना उसके कोई सरकार नहीं बन सकती है। गौरतलब है कि चुनावों के बाद भाजपा 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं 56 सीटों के साथ शिवसेना दूसरे स्थान पर रही। एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। राज्य में बहुमत की सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन के पास कम से कम 145 विधायक होने चाहिए। 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में बीजेपी शिवसेना को 161 सीटें मिलीं थी। दोनों दल मिलकर सरकार बना सकते थे, लेकिन शिवसेना के ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद के समझौते को लेकर चली रस्साकशी में दोनों दलों का चुनाव पूर्व गठबंधन टूट गया।
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)