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पीएम मोदी ने पीएम जन-मन कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों से संवाद किया, उत्तराखंड से भी लोग जुड़े, पीएम आवास योजना के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी की

पीएम मोदी ने पीएम जन-मन कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों से संवाद किया, उत्तराखंड से भी लोग जुड़े, पीएम आवास योजना के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी की

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by January 15, 2024 News

15 January. 2024. Udham Singh Nagar. बाजपुर. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम जनमन कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया गया। संवाद कार्यक्रम के अवसर पर उत्तराखंड के विकासखंड बाजपुर, विकासनगर और दूसरी जगहों में भी बहुउद्देशीय शिविर का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पीएम-जनमन के तहत देश भर में प्रधानमंत्री आवास योजना (जी) के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी की। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार आप तक पहुंचे, सरकार की योजनाएं अति-पिछड़े मेरे जनजातीय भाई-बहन तक पहुंचें, यही पीएम जनमन महाअभियान का उद्देश्य है और सिर्फ 2 महीने में ही पीएम जनमन महा-अभियान ने वो लक्ष्य हासिल करने शुरू कर दिए हैं, जो पहले कोई नहीं कर सका। मुझे याद है जब ठीक दो महीने पहले भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर सरकार ने ये अभियान शुरू किया था, तो हम सबके सामने चुनौती कितनी बड़ी थी। हमारे अति-पिछड़े मेरे जनजातीय साथी, जो दूर-सुदूर जंगलों में रहते हैं, जो दूर ऊंचे पहाड़ों पर मुश्किल परिस्थितियों में रहते हैं, जो बॉर्डर के, सीमा के क्षेत्रों में रहते हुए दशकों से विकास का इंतजार कर रहे हैं, जिन तक पहुंचना भी सरकारी मशीनरी के लिए बहुत कठिन होता है, उन लोगों तक पहुंचने के लिए इतना बड़ा अभियान हमारी सरकार ने शुरू किया है और मैं जिले के सभी सरकारी अधिकारी, राज्यों के सरकारी अधिकारी उन सबको सच्चे दिल से बहुत बधाई देता हूं कि इतना बड़ा काम जो 75 साल तक हम नहीं कर पाते थे, अफसरों ने मन बना लिया, मेरी बात का साथ दिया और आज गरीब के घर दिवाली की संभावना पैदा हुई है। देश में बहुत से लोग कल्पना तक नहीं कर सकते कि हमारे ये भाई-बहन कितनी कठिनाइयों में रहते हैं। प्रदूषित पानी की वजह से आप लोग कैसी-कैसी बीमारियों का शिकार होते हैं, आपके बच्चों पर संकट रहा है, इस पर जितना ध्यान देना चाहिए, उतना नहीं दिया गया। बिजली नहीं होने से कभी सांप, कभी बिच्छू, कभी जंगली जानवर का खतरा…गैस कनेक्शन ना होने से रसोई में लकड़ी के धुएं से होने वाला नुकसान…गांव तक सड़क ना होने से कहीं पर भी आना-जाना बहुत बड़ा सिरदर्द होता था। इस संकट, इस परेशानी से ही तो मुझे अपने इन गरीब जनजातीय भाई-बहनों को बाहर निकालना है। अब ऐसी मुसीबतों में आपके मां-बाप को रहना पड़ा, आपके पूर्वजों को रहना पड़ा, मैं आपको ऐसी मुसीबत में रहने नहीं दूंगा। आपके आने वाले पीढ़ी के लिए भी ऐसी मुसीबत में जीना पड़े ये स्थिति हमें मंजूर नहीं है। और आप जानते हैं, इस अभियान का नाम जनमन क्यों रखा गया है? जन मतलब आप सभी जनता जनार्दन…जो मेरे लिए ईश्वर का रूप है। आप सभी जनजातीय भाई-बहन और मन यानि आपके मन की बात। अब मन मारकर नहीं रहना है, अब आपके मन की बात पूरी होगी और इसके लिए सरकार ने भी मन बना लिया है, ठान लिया है। इसलिए सरकार, पीएम जनमन महा-अभियान पर 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने जा रही है।

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट के मुख्य अतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को जनप्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों ने लाइव सुना। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2023 को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर किया था। यह अभियान 15 राज्यों के 100 जिलों में बेहद कमजोर आदिवासी समुदायों के विकास से संबंधित है।

इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि जनजातीय समुदाय के लिए जनमन जैसे महाअभियान के माध्यम से उनके जीवन को सुलभ करने की पहल के साथ ही प्रधानमंत्री ने इतिहास लिख दिया। उन्होंने कहा कि देश के हर गरीब एवं वंचित वर्ग के दुख दर्द समझने वाले प्रधानमंत्री आज हमारे पास हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से जनजातीय लोगों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनका जीवन स्तर में क्रांतिकारी बदलाव आयेंगे। उन्होंने कहा कि बहुत से जनजातीय क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए लगातार सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है साथ ही मोबाइल टावरों को लगाकर हमारे जनजातीय समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ने का काम आज देश में हो रहा है ।

गदरपुर विधायक/पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री का संदेश है सभी अनुसूचित जनजाति के लिए कि कभी भी यदि मुश्किल आती है तो मोदी उनके साथ खड़े रहेंगे। बुक्शा जनजाति के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी इस अभियान के तहत चलाए जाएंगे।

इस अवसर पर आयोजित बहुउद्देशीय के माध्यम से लोगों ने विभिन्न विभागों के माध्यम से लाभ लिया। चिकित्सा विभाग द्वारा लोगों को निशुल्क दवाएं दी गई साथ ही निशुल्क स्वास्थ्य जांच की गई। उज्जवला योजना के अंतर्गत 5 लाभार्थियों को गैस कनेक्शन प्रदान किए गए। बाल विकास विभाग द्वारा 10 मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, 10 अन्न प्रासन किट व 10 गोद भराई किट दिये गये। सहकारिता विभाग की पंडित दीन दयाल किसान कल्याण योजनान्तर्गत जीरो प्रतिशत ब्याज पर दो लाभार्थियों को पशुपालन हेतु एक-एक लाख रुपए के चेक प्रदान किए गए। लोगों को आयुष्मान एवं आधार कार्ड भी बनाए गए साथ ही विद्युत संयोजन भी दिए गए। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भाजपा गुंजन सुखीजा, जिलाध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा राजकुमार, प्रदेश मंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक, पूर्व दर्जा मंत्री राजेश कुमार, मंडल अध्यक्ष बिट्टू चौहान, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, भारत सरकार में अनुसूचित जनजाति मंत्रालय में डायरेक्टर समीरा सिंह, उप जिलाधिकारी राकेश तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन समेत अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि तथा आमजनमानस उपस्थित रहे।

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