Parakram Diwas 2021 नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, पीएम मोदी ने कोलकाता में दी श्रद्धांजलि
आज 23 जनवरी को जब देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मना रहा है तब एक नई परंपरा की शुरुआत हो रही है। नेताजी की जयंती को पूरा देश अब हर साल पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगा। 23 जनवरी को कोलकाता के ऐतिहासिक विक्टोरिया मेमोरियल में एक खास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अविस्मरणीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि नेताजी जिस भी स्वरूप में हमें देख रहे हैं, हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। जिस भारत की उन्होंने कल्पना की थी, LAC से लेकर LOC तक, भारत का यही अवतार दुनिया देख रही है। जहां कहीं से भी भारत की संप्रुता को चुनौती देने की कोशिश की गई, भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी सुभाष, आत्मनिर्भर भारत के सपने के साथ ही सोनार बांग्ला की भी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। जो भूमिका नेताजी ने देश की आज़ादी में निभाई थी, वही भूमिका पश्चिम बंगाल को आत्मनिर्भर भारत में निभानी है। आत्मनिर्भर भारत का नेतृत्व आत्मनिर्भर बंगाल और सोनार बांग्ला को भी करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि 2018 में हमने अंडमान के द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा। देश की भावना को समझते हुए, नेताजी से जुड़ी फाइलें भी हमारी ही सरकार ने सार्वजनिक कीं। ये हमारी ही सरकार का सौभाग्य रहा जो 26 जनवरी की परेड के दौरान INA Veterans परेड में शामिल हुए। देश ने ये तय किया है कि अब हर साल हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया करेंगे। हमारे नेताजी भारत के पराक्रम की प्रतिमूर्ति भी हैं और प्रेरणा भी हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कोलकाता के नेताजी भवन जाकर सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
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