देश से टकराने वाला है महातूफान, तीनों सेनाएं अलर्ट पर, नुकसान की आशंका
देश के समुद्री तट से महाचक्रवात अम्पन टकराने वाला है, इसके आने से पहले एक ओर जहां ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश शुरु हो गयी है वहीं दोनों राज्यों में तूफान से पहले तमाम तैयारियां हो रही हैं । तूफान 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हतिया द्वीप के बीच टकरा सकता है। सरकार ने आनेवाले अम्पन तूफान से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। इस तूफान के बुधवार को सुन्दरबन इलाके में पहुंचने का अनुमान है जहां इसकी रफ्तार 155 किमी से ज्यादा होगी। इस रफ्तार की तेज हवाओं से काफी ज्यादा नुकसान की आशंका है। जिसमे कच्चे घरों को नुकसान, पेड़ो और खंभों का गिरना टिन की और हल्की छतों का हवा में उड़ जाना शामिल है। तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले दो राज्य उड़ीसा औऱ पश्चिम बंगाल में एनडीआरफ की 41 टीमें तैनात की गयी हैं। तूफान से सुरक्षा के लिये बनाये गये राहत शिविरों में महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिग का पालन भी सुनिश्त किया जायेगा जिसके लिये राज्य सरकारो और स्थानीय प्रशासन से लागातार बातचीत की जा रही है। एनडीआरएफ का कहना है कि प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालना उसकी प्राथमिकता है ।
सेना और नौसेना के बचाव और राहत दलों के साथ-साथ नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल के जहाजों एवं हवाई जहाजों को भी आपात व्यवस्था के तौर पर रखा गया है। आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार विभाग और विद्युत मंत्रालय की एजेंसियों के अधिकारियों को भी राज्यों में तैनात किया गया है।अम्पन हवाओं से संचार टावरों के नुकसान पहुंचने का खतरा है। एसे में तमाम मोबाईल सर्विस आपरेटरों को बैक अप योजना, जेनसेट और ईंधन को तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। बिजली की जल्द बहाली को सुनिश्चत करने के लिये बिजली विभाग ने भी कमर कस ली है। तूफान के प्रभाव से बंगाल के उत्तर 24 परगना में भी बारिश शुरु हो गयी है । महाचक्रवात ‘ के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में बारिश हुई है । राज्य सरकार ने संवेदनशील एवं निचले इलाकों को खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर बात की और उन्हें महाचक्रवात अम्पन से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति यानी एनसीएमसी की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्पन’ से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों ,एजेंसियों द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया गया। दोनों राज्यों ने एनसीएमसी को अपने द्वारा किए गए प्रारंभिक उपायों से अवगत कराया। राज्यों ने जानकारी दी कि निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। खाद्यान्न, पेयजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं के स्टॉक के लिए हरसंभव कदम उठाए गए हैं। बिजली एवं टेलीकॉम सेवाओं के रखरखाव और बहाली के लिए संबंधित टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। कैबिनेट सचिव ने राज्य सरकारों से कहा कि चक्रवाती तूफान के मार्ग में पड़ने वाले निचले इलाकों से समय पर लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं । राज्य सरकारों को यह भी सलाह दी गई कि सड़कों से मलबा हटाने और अन्य बहाली कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखा जाए। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
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