Uttarakhand प्रदेश में जल जीवन मिशन की स्थिति बेहतर, 2022 तक हर घर को पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य
Dehradun : केन्द्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन की स्थिति बेहतर है और 2022 तक हर घर को पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2015 तक राज्य में पेयजल आपूर्ति 8 प्रतिशत थी जो कि अब 47 प्रतिशत तक है और यह राज्य सरकार का भी विकास के नजरिये को स्पष्ट करता है। राज्य में चुनाव भी है और विभाग का सुझाव है कि कर्मियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखकर और टेंडर में छूट मिले तो कार्य तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि वह चुनाव आयोग से इस बारे में वार्ता करेंगे और यहा सर्वदलीय बैठक में भी विषय को रखेंगे जिससे मूलभूत जरुरत के विषय पर तेजी से कार्य हो सके। पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए सभी ब्लाक में टेस्टिंग लैब बनाई जाएगी और वर्तमान में 27 ब्लॉक में लैब खोली गई है। टेस्टिंग के लिए प्रत्येक ग्राम से 5 महिलाओंं को ट्रेनिंग दी जाएगी और वर्तमान में महिलाओंं को प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। टेस्टिंग रिपोर्ट प्रति दिन लैब को भेजी जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के असंभव को संभव करने वाले विजन के चलते ही भारत सयुंक्त राष्ट्र के द्वारा दिए गये लक्ष्य को 11 साल पहले ही पूरा हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश को खुले में शौच से मुक्त करना बापू की 150वी जयंती के मौके पर उनको श्रद्धाजंलि होगी और यह कर दिखाया। लेकिन प्रधानमंत्री ने इसे पहला पायदान हासिल बताया और अब ओडीएफ 2 चल रहा है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में आपरेशनल टॉयलेट बनाए जाएँगे। वहीं कचरा प्रबंधन की भी व्यवस्था हो। उतराखंड में गंगा को प्रदूषण मुक्ति के लिए नमामि गंगे में बेहतर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि योजना का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन हो इस पर फोकस करने की जरुरत है और उत्तराखंड इस दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के 27 विकास खंडों में इस योजना का काम प्रायोगिक रूप से चल रहा है। अन्य विकासखंडों में यह कार्य शुरू किया गया है। साथ ही शिक्षण संस्थानों, राज्य के कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों में भी पेयजल पहुंचाया जाएगा। उन्होंने गंगा सफाई योजना की चर्चा करते हुए कहा कि इसी तरह का प्रयास अन्य नदियों के संदर्भ में किया जाएगा ताकि यह पवित्र नदियां अविरल बहती रहें। अनुबंध होने के बाद इन कामों को शीघ्र पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम जो काम प्रारंभ करें उसे पूर्णता प्रदान करें ताकि लोगों को उसका लाभ मिल सके। इस अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री बिशन सिंह चुफाल, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन, अनिल गोयल, मधु भट्ट, पुनीत मित्तल, कार्यालय सचिव कौस्तुबानंद जोशी, मनवीर सिंह चौहान, सुनील सैनी, संजीव वर्मा, सत्यवीर चौहान, विशाल गुप्ता समेत तमाम प्रमुख लोग उपस्थित थे।
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