जोशीमठ में लोग सड़कों पर आ गए, नहीं ध्वस्त करने दे रहे प्रशासन को जर्जर भवन
10 Jan. 2023. Joshimath. जोशीमठ संकट को लेकर एक तो सरकार ने जागने में काफी देर कर दी है, वहीं अब जब जोशीमठ संकट को लेकर सरकार और प्रशासन जागे हैं तो यहां लोगों का गुस्सा प्रशासन के सामने आ रहा है। 1 जनवरी के बाद से जब यहां संकट काफी गहरा गया तो उसके बाद यहां की स्थिति को लेकर प्रशासन की नींद खुली। यहां आनन-फानन में कदम उठाए जा रहे हैं, मंगलवार को यहां जर्जर हो चुके भवनों को तोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ, यह शुरुआत जोशीमठ के दो होटलों को तोड़कर की जानी थी, सारी तैयारी कर ली गई थी लेकिन लोगों के गुस्से के कारण इसको भी रोकना पड़ा।
आज शाम होटल मलारी से ध्वस्तीकरण की शुरुवात हो गयी थी। जिसे स्थानीय लोगों के विरोध के कारण बंद करना पड़ा। होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा की मैं होटल की इमारत तोड़े जाने का विरोध नहीं कर रहा हूँ, बल्कि सरकार से उचित मुहावजे की मांग कर रहा हूँ। मैं मांग कर रहा हूं कि बद्रीनाथ में विकास परियोजनाओं के दौरान दिए गए मुआवज़े की तरह मुझे भी दिया जाए, राज्य सरकार बिल्कुल सहयोग नहीं कर रही है। मैं यहां तब तक बैठा रहूंगा जब तक मैं मर नहीं जाता। देर शाम आक्रोशित लोग होटल के सामने धरने पर बैठ गए। इसके बाद लोगों ने सरकार व एनटीपीसी के खिलाफ नारे लगाते हुए जाम लगा दिया। लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक मुआवजा तय नहीं होगा तब तक वे होटल टूटने नहीं देंगे।
पिछले 3 साल से यहां घरों में दरार की शिकायत आ रही है, शायद प्रशासन तभी जाग जाता तो आज यह स्थिति नहीं देखनी पड़ती, 1976 में भी ऐसी ही स्थिति आने के बाद एक कमेटी बनाई गई थी लेकिन उस कमेटी की सिफारिशों पर भी कोई काम नहीं हुआ। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति पिछले कई सालों से यहां की परेशानी को उठाने का काम कर रही थी, लेकिन उसकी आवाज को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। यहां के दोनों राजनीतिक दलों में आज भी यहां की स्थिति को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। कांग्रेस एक ओर जहां यहां की स्थिति के लिए वर्तमान सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है तो वहीं बीजेपी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है।
भाजपा ने कांग्रेस के राज्य व केंद्रीय नेताओं पर जोशीमठ आपदा को लेकर गलत व भ्रामक तथ्य सामने रखकर गैरजिमेदारना राजनीति करने का आरोप लगाया है । पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा, जिस एनटीपीसी प्रोजेक्ट को आपदा का कारण बताकर वे भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं उसका तो एमओयू व शिलान्यास तक कांग्रेस सरकार में हुआ । इसी तरह पहाड़ में निर्माणाधीन अधिकांश पावर प्रोजेक्ट में उनकी सरकारों का योगदान व सहमति रही है । उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी नीति तब गलत थी या आज के बयान गलत है ।
इस बीच मौसम विभाग की ओर से राज्य में पहाड़ी जिलों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया है, चमोली जिले में भी बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान व्यक्त किया गया है, ऐसे में जोशीमठ की स्थिति काफी संवेदनशील होते जा रही है।
हरिद्वार से भेजी राहत सामग्री
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने मंगलवार को भल्ला इण्टर कॉलेज ग्राउण्ड से जनपद चमोली के अन्तर्गत जोशीमठ क्षेत्र में भू-धंसाव से उत्पन्न हुई आपदा की स्थिति के दृष्टिगत हरिद्वार प्रशासन, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न कम्पनियों की ओर से जोशीमठ के भू-धंसाव प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से राहत सामग्री-राशन-फूड पैकेट, कम्बल आदि को पांच ट्रकों के माध्यम से, पहली खेप को, जोशीमठ के लिये हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि वे लगातार चमोली के जिलाधिकारी के सम्पर्क में हैं। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जैसी आवश्यकतायें होंगी, उसी अनुसार जिस किसी भी सामग्री की जरूरत होगी, कम से कम समय में यहां से भेजी जायेगी, जिसके लिये हरिद्वार प्रशासन निरन्तर सक्रिय है। उन्होंने बताया कि जिन पांच ट्रकों के माध्यम से जो सामग्री भेजी जा रही है, उनमें 2560 कम्बल, 1000 फूड पैकेट(जिसमें-पांच किलो चावल, पांच किलो आटा, दो किलो दाल, एक लीटर सरसों का तेल, एक किलो नमक, मिर्च, हल्दी, चायपत्ती, चीनी, माचिस, मोमबत्ती आदि शामिल हैं) प्रमुख हैं।
विनय शंकर पाण्डेय ने यह भी बताया कि धार्मिक, सामाजिक संगठनों एवं विभिन्न कम्पनियों आदि के सहयोग से आने वाले दिनों में कम्बल तथा राशन के किट सहित अन्य सामग्री भू-धंसाव प्रभावित लोगों को उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि जो सामग्री आज प्रेषित की जा रही है उसमें-महन्त कैलाशानन्द जी महाराज, डॉ0 प्रणव पाण्ड्या शान्तिकुंज, पंजाबी महासभा, बिल्डर सतीश त्यागी आदि ने अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी को श्री मंशादेवी ट्रस्ट एवं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त रविन्द्र पुरी की ओर से श्रीमंशादेवी ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा ने छह लाख तीस हजार का चेक भू-धंसाव प्रभावित लोगों की मदद के लिये भेंट किया तथा जिलाधिकारी ने कम से कम समय में सभी के द्वारा मदद उपलब्ध कराये जाने पर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह, एमएनए दयानन्द सरस्वती, एसडीएम पूरण सिंह राणा, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा कैन्तुरा, तहसीलदार सुश्री रेखा आर्य, प्रधानाचार्य भल्ला इण्टर कॉलेज ओ0पी0 गोनियाल सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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