उत्तराखंड के हुनर को पंख लगा सकती है राज्य सरकार की ये योजना, जरूरत है सही क्रियान्वयन की
उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने नयी सराहनीय पहल शुरू करने की कार्ययोजना बनाई है। जिसके तहत सूबे के विभिन्न स्थानों पर 7 नये ग्रोथ सेंटर स्थापित किये जायेंगे। मार्च 2019 से शुरू होंगे ये ग्रोथ सेंटर। यदि सबकुछ आशा अनुरूप हुआ तो ये ग्रोथ सेंटर पहाड़ों में स्वरोजगार व स्थानीय आर्थिकी को मजबूत करने का जरिया बन सकते हैं। जिससे न केवल रोजगार मिलेगा अपितु पलायन को कम करने में ये सहायक साबित होंंगे। राज्य सरकार की इस अभिनव पहल को अगर सही तरह से कार्यान्वित किया गया तो ये उत्तराखंड में बेरोजगारी को दूर करने में काफी हद तक सहायक साबित हो सकती है।
यहांं खुलेंगे ग्रोथ सेंटर….
1- माणा (चमोली), बीरपुर(उत्तरकाशी) में ऊन ग्रोथ सेंटर
2- लाखौरी (पौड़ी) में पीली मिर्च क्लस्टर ग्रोथ सेंटर
3- पीपलकोटी (चमोली) में काष्ठकला ग्रोथ सेंटर
4- धारचुला, बागेश्वर, थराली व जोशीमठ में कीड़ाजड़ी प्रोसेसिंग सेंटर
5- फुलचौड़ (हल्द्वानी), पिंडर घाटी, ऊखीमठ व जौनसार में हनी मिशन ग्रोथ सेंटर
6- मोरी, गहड़ व हरिद्वार में फिश फार्मिंग ग्रोथ सेंटर
7- पौड़ी के पीठसैंण मरोड़ा व टिहरी के मड़गांव में मंडुआ झंगोरा चौलाई प्रोसेसिंग सेंटर
उत्तराखंड में हुनर की और प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है और इन ग्रोथ सेंटर्स की जगह और वस्तु से ही साफ हो जाता है कि अगर सरकार सचमुच युद्ध स्तर पर अपने इस काम को अंजाम दे और इससे बेरोजगार युवाओं को जोड़े तो ये उत्तराखंड के खासकर पहाड़ी इलाकों के भाग्य को बदल सकते हैं।
Sanjay Chauhan ( Journalist) with bureau Input.