उत्तराखंड आपदा Latest : 197 लापता, 32 शव बरामद, मुख्यमंत्री ने किया रैणी गांव का दौरा
उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन के कारण आई त्रासदी में मरने वालों का आंकड़ा 32 पहुंच गया है जिनमें से मात्र 8 शवों की शिनाख्त हुई है जबकि 24 शवों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। कंट्रोल रूम से जारी आंकड़ों के अनुसार 165 लोग अभी भी लापता हैं, इस हादसे में कुल 197 लोगों के लापता होने की अभी तक खबर है। तपोवन टनल में 25 से 35 लोगों के फंसे होने की आशंका है, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और सुरक्षाबलों के जवानों ने रात भर टनल खोलने का काम किया। टनल का करीब 120 मीटर का प्रवेश मार्ग अब साफ हो गया है, अधिकारियों के अनुसार जल्द ही टनल को पूरा खोलने की कोशिश हो रही है। मंगलवार को जिला प्रशासन ने नीति वैली के 126 फंसे हुए लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर उनके गंतव्य तक पहुचाया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में आईटीबीपी के अस्पताल का दौरा किया, साथ ही उन्होंने घटनास्थल और आस पास के इलाके का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
हवाई सर्वे के बाद उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य में अर्ली अलार्म सिस्टम पर विचार कर रही है।
भारतीय वायुसेना के स्पेशल हेलीकॉप्टर में गाज़ियाबाद से NDRF की एक अतिरिक्त टीम जोशीमठ पहुंची है। प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजी जा रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा प्रभावित सीमांत गांव क्षेत्र रैणी जाकर वहाँ की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि कनेक्टीवीटी से कट गये गांवों में आवश्यक वस्तुओं की कमी न रहे। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सड़क संपर्क टूट गया था।
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