पुतिन ने अमेरिका के साथ परमाणु संधि निलंबित की, कहा पश्चिम ने भड़काया यूक्रेन युद्ध, अमेरिका पर अपनी मनमर्जी की दुनिया बनाने का आरोप लगाया
21 Feb. 2023. Moscow. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को रूस की फेडरल एसेंबली में अपने राष्ट्र को दिये एक संबोधन में घोषणा की कि रूस, अमेरिका के साथ नई START संधि में अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है, जो अमेरिका और रूस द्वारा तैनात किए जा सकने वाले सामरिक परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित करती है। पुतिन ने कहा कि रूस पूरी तरह से संधि से पीछे नहीं हट रहा है और यदि अमेरिका ऐसा (परमाणु परीक्षण) करता है तो मास्को को परमाणु हथियार परीक्षण फिर से शुरू करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
साथ ही लगभग दो घंटे तक चले भाषण के दौरान पुतिन ने कहा कि सोवियत संघ के पतन के बाद अमेरिका ने आधुनिक रूस के हितों और अन्य देशों के हितों को ध्यान में रखे बिना हमेशा के लिए अपना वैश्विक प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश की है। 1945 के बाद दुनिया में स्थिति बदल गई है, प्रभाव के नए केंद्र उभरे हैं और तेजी से विकसित हो रहे हैं। लेकिन यह अमेरिका को अस्वीकार्य है, अमेरिका ने केवल अपने लिए विश्व व्यवस्था को नया रूप देना शुरू कर दिया है, विशेष रूप से अपने स्वार्थ के लिए।
पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के लिए भी पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया, पुतिन ने कहा कि “मैं दोहराना चाहूंगा, उन्होंने युद्ध शुरू किया और हमने इसे रोकने के लिए बल का इस्तेमाल किया। कीव शासन ने 2014 और 2015 में डोनबास पर हमला करने के लिए तोपखाने और अन्य हथियार मुहैया कराए थे और उन्होंने आतंकवाद जारी रखा”। पुतिन कहते हैं, “उन्होंने युद्ध शुरू किया और हमने इसे रोकने के लिए ताक़त का इस्तेमाल किया!”
रूसी नेता ने कहा कि कीव ने “विशेष सैन्य अभियान” (रूस द्वारा यूक्रेन युद्ध को कहा जाता है) से पहले ही हथियारों की आपूर्ति के बारे में पश्चिम के साथ बातचीत शुरू की थी”! पुतिन ने कहा कि पश्चिम की परियोजना “रूस-विरोधी स्थल” बनाने की है, जिसे अब यूक्रेन में लागू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य रूस से उन ऐतिहासिक क्षेत्रों को छीनना है जिन्हें अब यूक्रेन कहा जाता है। पुतिन ने कहा कि “मैं दोहराता हूं कि 1930 के दशक में, पश्चिम ने वास्तव में जर्मनी में नाजियों के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त किया था, और अब उन्होंने यूक्रेन को रूस विरोधी स्थल में बदलना शुरू कर दिया है। ये परियोजना, वास्तव में, नई नहीं है। लोग जो इतिहास का थोड़ा-सा भी हिस्सा जानते हैं, वे पूरी तरह से अच्छी तरह जानते हैं, यह परियोजना 19वीं सदी की है।” पुतिन ने आगे कहा ” पश्चिम ने यूक्रेन में 2014 तख्तापलट का समर्थन करके इस परियोजना में तेजी लाई। लेकिन ये सब ऐसा था जैसे कुछ हुआ ही न हो, मानो यही तरीका है।” साथ ही पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश अपने ही देशों में भ्रष्टाचार और सामाजिक-आर्थिक समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए रूस को अपने देश के दुश्मन के रूप में चित्रित कर रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस से जुड़ी कंपनियों और व्यक्तियों को प्रतिबंधित कर पश्चिम ने अपने स्वयं के ऊर्जा क्षेत्रों को ध्वस्त कर लिया है।
पुतिन ने कहा कि रूस ने विशेष सैन्य अभियान चरण-दर-चरण आयोजित करके अपने लोगों और इतिहास की रक्षा करने का निर्णय लिया है, उन्होंने चेतावनी दी कि मास्को अपने सामने आने वाले उद्देश्यों को हल करना जारी रखेगा। पुतिन ने कहा कि “हमारे पास हथियार उत्पादन और हथियार निर्माण और जीत के लिए सब कुछ करने की बहुत लंबी परंपरा है!”
रूसी राष्ट्रपति पुतिन का फेडरल असेंबली में यह भाषण ऐसे वक्त में हुआ है, जब एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए यूक्रेन की राजधानी पहुंचे थे और यूक्रेन को आने वाले समय में और हथियार देने की घोषणा की थी।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)