रिकॉर्ड पर्यटकों के साथ ‘फूलों की घाटी’ शीतकाल के लिए बंद, लेकिन सूना रहा नंदा देवी पार्क
विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज गुरुवार को शीतकाल में पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है। एक जून को इसे पर्यटकों के लिए खोला गया था और इस साल यहां 17 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने फूलों की घाटी के दीदार किए, इनसे 27 लाख से अधिक का राजस्व अर्जित हुआ, जो पिछले सभी वर्षों में उच्चतम है। 87.5 वर्ग किमी में फैली फूलों की घाटी में प्राकृतिक रूप से खिलने वाली 500 से अधिक प्रजातियों के फूल, दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव, पशु-पक्षियों का संसार पर्यटकों को आकर्षित करता है। घाटी के दीदार के लिए हर साल हजारों देशी विदेशी पर्यटक यहां आते हैं। इन्हीं खूबियों को देख यूनेस्को ने 2005 में इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
वहीं विश्व धरोहर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क को भी आज से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। इसे एक जून को खोला गया था। इस साल एक भी पर्यटक पार्क के दीदार को नहीं पहुंचा, जबकि बीते तीन सालों में सिर्फ तीन पर्यटक ही यहां पहुंचे हैं। दरअसल जोखिमभरे ट्रैकिंग रूट पर सुविधाओं का घोर अभाव और बुग्यालों में कैंपिंग बंद होने से पर्यटकों ने इधर का रुख करना बंद कर दिया है। वहीं सुरक्षा कारणों के चलते पार्क को आधा-अधूरा ही खोला जाता है, जिससे पर्यटक पार्क की जैवविविधता का दीदार भी नहीं कर पाते।
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