उत्तराखंड : 1000 तक जा सकता है कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा, लेकिन ज्यादा चिंता की कोई बात नहीं
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1000 तक जा सकती है, यह कहना है उत्तराखंड निवासी और 17 साल से राष्ट्रीय पत्रकारिता में रहकर विभिन्न घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखने वाले वरिष्ठ टीवी पत्रकार चंद्रशेखर जोशी का। उत्तराखंड निवासी चंद्रशेखर जोशी कई राष्ट्रीय टीवी चैनलों और अखबारों के साथ काम कर चुके हैं, वर्तमान में वो भारत के राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन समाचार के साथ बतौर वरिष्ठ एंकर और पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आपके लोकप्रिय न्यूज पोर्टल ‘मिरर उत्तराखंड’ ने पिछले एक हफ्ते में राज्य में एकाएक बढ़े कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या को लेकर चंद्रशेखर से बातचीत की। आइए आपको उनसे बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश बताते हैं, जिसमें वो कोरोनावायरस महामारी को लेकर और उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर अपने विचार रख रहे हैं।
चंद्रशेखर ने बताया कि भारत में चीन में इस बीमारी के शुरू होने के ठीक बाद समय पर लॉकडाउन कर दिया गया था, देश की सीमाएं सील कर दी गई थी, इसलिए देश में बाहरी देशों से वायरस संक्रमित ज्यादा नहीं आ पाए । लेकिन कोविड-19 संक्रमण के फैलने की दर इतनी ज्यादा है कि काफी कुछ करने के बाद भी देश में संक्रमितों की संख्या एक लाख को पार कर चुकी है। वायरस देश में ही एक दूसरे में संक्रमित हो रहा था, इस कारण भारत में फैल रहा वायरस चीन की अपेक्षा कमजोर है, जो अब काफी हद तक नियंत्रित किया जा चुका है। जिन हिस्सों में वायरस का अधिक प्रकोप है उन हिस्सों की पहचान भी हो चुकी है और उन इलाकों घेरकर अब वायरस को इन इलाकों से बाहर आने से रोका गया है। यह सच है की विभिन्न राज्यों में प्रवासियों के वापस आने के कारण वायरस इन इलाकों में भी पहुंच गया है, जहां यह पहले नहीं था, लेकिन यह सभी केस नियंत्रित हैं क्योंकि संबंधित सरकारों ने इन संक्रमितों को और इनके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस किया है और उन्हें क्वॉरेंटाइन कर और उनके टेस्ट कर वायरस को रोका जा रहा है, जांच भी पहले से बढ़ी है। वायरस के संक्रमण को लेकर लॉकडाउन 4 में दी गई काफी सारी छूट को कुछ लोग गलत बता सकते हैं, लेकिन यह जरूरी था क्योंकि लगातार डेढ़ महीने से ज्यादा के लॉकडाउन के कारण समाज के गरीब, मध्यम और सभी वर्गों को ये आर्थिक रूप से प्रभावित करने लगा था। वहीं अगर उत्तराखंड की बात करें तो राज्य में समय पर लॉकडाउन किया गया और लॉकडाउन 3 तक राज्य में कोरोनावायरस लगभग पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया था। इधर पिछले 2 हफ्ते से राज्य में कोरोनावायरस मामले काफी बढ़ गए हैं, दरअसल इनमें अधिकतर मामले प्रवासी उत्तराखंड वासियों के कारण हैं जो अपने घरों में वापस आ रहे हैं या उनसे संपर्क में आए लोगों में ये वायरस मिल रहा है। दूसरी ओर पहले से जांच बढ़ाने से भी मामले बढ़े हैं । अगर प्रवासी उत्तराखंडवासियों की बात करें तो आप समझें कि इस परेशानी के वक्त पर अगर यह लोग अपने घरों में वापस नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे। दरअसल उत्तराखंड के 60 से 70% तक प्रवासी होटल रेस्टोरेंट और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करते हैं, यह सभी सेक्टर लगभग असंगठित हैं। ऐसे में दूसरे राज्यों में उत्तराखंड निवासी काफी परेशानी में है, जो लोग काफी मजबूर हैं वो अपने घरों में वापस आ रहे हैं। इनमें से अधिकतर लोग राज्य सरकार के द्वारा ट्रैक किए गए हैं इनकी जांच हो रही है, अधिकतर लोग दिल्ली और महाराष्ट्र से आ रहे हैं इसलिए यहां पर कोरोनावायरस के केस बढ़ रहे हैं। हो सकता है कि अगले एक दो महीने में उत्तराखंड में संक्रमितों के मामले 1000 तक पहुंच जाएं, तब भी अगर देश और दुनिया के बाकी हिस्सों से हम तुलना करें तो यह बिल्कुल नगण्य हैं, इसमें चिंता की भी कोई बात नहीं है क्योंकि इन लोगों को और इनके संपर्क में आए लोगों को सरकारें ट्रेस कर चुकी हैं, इसके अलावा उत्तराखंड में जो केस आ रहे हैं उनमें काफी हल्के लक्षण हैं। संक्रमित वायरस भी इतना मजबूत नहीं है इसलिए अगर आंकड़ा एक हजार को भी छू जाए तो चिंता की कोई बात नहीं है। वरिष्ठ टीवी पत्रकार चंद्रशेखर ने कहा उन्हें दुख होता है कि राज्य में जब लोग बाहर से आए, अपने ही प्रवासी लोगों को कोरोनावायरस महामारी के कारण लोग वैमनस्य और शक की नजर से देखते हैं, लोगों को यह सब सोचना चाहिए, इस महामारी के वक्त अगर यह लोग अपने घरों में नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे और अधिकतर वही लोग अपने घरों में आ रहे हैं जो काफी मजबूर हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि आने वाले वक्त में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का काफी ध्यान रखना होगा और जागरूक भी रहना होगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ टूटते हैं लेकिन झुकते नहीं है, इसलिए उत्तराखंड भी कोविड-19 के सामने नहीं झुकेगा, कुछ समय की परेशानी है यह भी खत्म हो जाएगी। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
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