उत्तराखंड : पहाड़ का शेर अब हमारे बीच नहीं रहा, ताऊ के साथ मिलकर पाकिस्तान के दांत खट्टे किए थे
1947 – 48 में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले वीर चक्र विजेता ऑनरेरी कैप्टन माधो सिंह का 101 साल की उम्र में निधन हो गया । बागेश्वर जिले के मूल निवासी माधो सिंह फिलहाल हल्द्वानी में रहते थे और मंगलवार को उनकी तबीयत खराब हो जाने के कारण उनके परिजन उन्हें बरेली ले गए थे, जहां उनका निधन हो गया । बुधवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ रानी बाग स्थित चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
माधो सिंह पहले हैदराबाद रेजीमेंट में भर्ती हुए थे और बाद में वो पैरा कुमाऊं में आ गए, 1947 में आजादी के बाद जब कश्मीर में पाकिस्तानी घुस आए थे तब उनकी रेजीमेंट पुंछ में तैनात थी, उनके साथ उनके ताऊ धनसिंह भी थे ।पाकिस्तानियों को खदेड़ने में दोनों ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया, जिसमें उनके ताऊ धन सिंह शहीद हो गए, बाद में दोनों को वीर चक्र प्रदान किया गया।
बागेश्वर जिले के अमस्यारी कोट के मूल निवासी कैप्टन माधो सिंह 1968 में सेना से रिटायर होने के बाद हल्द्वानी के हरिपुर नायक कुसुमखेड़ा में बस गए।
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Mirror News