उत्तराखंड में बंद होंगे पुराने वाहन, पढ़िए क्यों और किन पर पड़ेगा असर
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए उत्तराखंड में जल्द ही पुराने डीजल वाहनों को बंद कर दिया जाएगा, शुरुआत में यह नियम कुछ चुनिंदा जिलों में लागू किए जाएंगे और उसके बाद पूरे राज्य में पुराने वाहनों को बंद कर दिया जाएगा।
एनजीटी के निर्देश पर उत्तराखंड प्रदूषण बोर्ड ने एक प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा था जिसे राज्य सरकार ने मंजूर कर केंद्र सरकार को भेज दिया है। इस प्रस्ताव के अनुसार उत्तराखंड में 15 साल पुराने डीजल वाहनों को बंद कर दिया जाएगा। शुरुआत में यह योजना वाणिज्यिक वाहनों पर लागू की जाएगी और बाद में इसे निजी वाहनों पर भी लागू किया जाएगा। प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पहले देहरादून, हरिद्वार, काशीपुर और ऋषिकेश में ही ये नियम लागू होगा। इसके बाद एक एक कर अन्य शहरों में कॉमर्शियल डीजल वाहन बंद किए जाएंगे।
इन चारों शहरों में वर्तमान में करीब 21 हजार वाणिज्यिक डीजल वाहन हैं। इनके अगले पांच साल में करीब 25 हजार होने की संभावना है। इनमें ज्यादातर ट्रक हैं। इन वाहनों में से करीब 80 फीसदी तो 15 साल से पुराने हो चुके हैं। इसी कारण इन शहरों में सबसे ज्यादा प्रदूषण है, एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले दस साल में करीब दो गुना हो गया है।
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