उत्तराखंड : शुरू हुई असली चुनौती, चूके तो लेने के देने पड़ जाएंगे, मैदान से पहाड़ तक कोरोना फैलेगा बुरी तरह से
बहुत बड़ी चुनौती है अगर चूके तो पूरे राज्य में फैलेगा कोरोनावायरस । 4 मई से हरिद्वार को छोड़कर लगभग पूरे उत्तराखंड में अधिकतर जगहों पर लॉकडाउन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने या कुछ नियमों तक सीमित होगा। सवेरे 7:00 बजे से शाम तक बाजार खुलेंगे, दुकानें खुलेंगे, सरकारी कार्यालय खुलने लगेंगे। एक तरह से यह कहा जाए कि जीवनचर्या और दिनचर्या धीरे-धीरे कुछ दिनों में सामान्य होने लगेगी। कोरोनावायरस की दृष्टि से उत्तराखंड में हरिद्वार, नैनीताल, देहरादून, उधमसिंहनगर को छोड़ दें तो पहाड़ों में एक-दो केस को छोड़कर किसी भी जगह में कोरोनावायरस संक्रमण नहीं फैला। हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और उधम सिंह नगर में भी ऐसे केस सामने आ रहे हैं जिनमें अधिकतर तबलीगी जमात से जुड़े हुए थे या अधिकतर लोगों में संक्रमण कहीं बाहर से आया था। इस सबके पीछे कारण था उत्तराखंड में समय पर लॉकडाउन लागू करना और सख्ती से उसका पालन करना, लेकिन अब सबसे बड़ी चुनौती आगे खड़ी हुई है, यह चुनौती ऐसी है कि थोड़ी सी चूक मैदान के जिलों के साथ-साथ पहाड़ के सभी जिलों में कोरोनावायरस संक्रमण का प्रसार कर सकती है।
छूट मिलने के बाद उत्तराखंड की ओर से भी राज्य से बाहर बसे हुए प्रवासियों को मौका दिया गया कि वह अपने घर में आएंं और इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी निकाली गई, पलायन का दंश झेल रहे उत्तराखंड में आप देखें कि महज 2 दिन के अंदर 1, 38,000 लोग राज्य में आने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, अभी तक की अगर बात करें तो 5000 के करीब लोग गढ़वाल में अपनी गाड़ियों से आना चाहते हैं, ऐसे ही तीन हजार के करीब लोग कुमाऊं में अपनी गाड़ियों से आना चाहते हैं। 65,000 लोगों ने गढ़वाल के लिए, जबकि 65 हजार के करीब लोगों ने कुमाऊ के लिए सरकारी गाड़ियों से आने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है।
39000 के करीब लोग दिल्ली से उत्तराखंड आना चाहते हैं, 16000 के करीब लोग महाराष्ट्र से उत्तराखंड में आना चाहते हैं। 7000 के करीब लोग गुजरात से उत्तराखंड आना चाहते हैं, अगर हम अकेले दिल्ली एनसीआर के आंकड़े ही जोड़ दें तो यह 80 हजार के करीब बैठ रहे हैं। बाकी राज्यों के आंकड़े भी हम आपको नीचे प्रदर्शित करेंगे, आंकड़े और बढ़ेंगे, ये आंकड़े रविवार सवेरे तक के हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली एनसीआर, गुजरात यह सब ऐसे राज्य हैं जिनमें कोरोनावायरस संक्रमण अपने चरम पर है, अब उत्तराखंड सरकार ने इन राज्यों से अपने लोगों को लाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पिछले एक-दो दिन में कुछ ऐसे मामले आए हैं जिसमें ट्रकों में बैठकर कुछ लोग बाहर से उत्तराखंड पहुंचे थे और सीमा पर उनकी जांच करने पर कोरोनावायरस संक्रमित पाए गए थे। हालांकि केंद्र की गाइडलाइन के हिसाब से वाहनों को सैनिटाइज किया जाना जरूरी है, जहां से लोग चलेंगे वहां लोगों की जांच की जानी है, राज्य में पहुंचकर लोगों की जांच की जानी है, घर पहुंचने के बाद लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन किया जाना है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में यह सब करना किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में एक छोटी सी चूक राज्य के उन इलाकों को भी संक्रमित कर सकती है जो अभी तक संक्रमण से बचे हुए हैं। आगे आप रविवार तड़के 3:00 बजे तक कितने लोगों ने उत्तराखंड आने के लिए किस राज्य से रजिस्टर किया है यह देख सकते हैं….
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