उत्तराखंड : 15 लोग बहे, 8 जमीन में दबे, कई लापता, फिर भारी बारिश की आशंका से स्कूल-कॉलेज बंद
उत्तराखंड में बारिश ने इस मौसम का सबसे भयानक कहर बरपाया है, भारी बारिश के कारण राज्य में 15 लोग उफनते नदी-नालों में बह गए जबकि एक ही परिवार के 8 लोग मलबे में घर दब जाने के कारण जमीन में जिंदा दफन हो गए । राज्य के कई हिस्सों में बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं, केदारनाथ यात्रा बंद कर दी गई है और कैलाश मानसरोवर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर टिकाया गया है। आज और कल भारी बारिश की आशंका को देखते हुए 11 जिलों के जिलाधिकारियों ने सोमवार को शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी है।
सबसे ज्यादा असर उत्तरकाशी जिले की हिमाचल प्रदेश से लगी सीमा के आसपास के गांवों में दिख रहा है। उत्तरकाशी जिले की मोरी तहसील के आराकोट क्षेत्र के गांवों में सबसे ज्यादा कहर बरपा, इन गांवों में पांच बच्चों समेत 21 लोग मलबे की चपेट में आ गए। राज्य मौसम केंद्र ने अगले चौबीस घंटों में प्रदेश के नौ जिलों देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, चंपावत, पिथौरागढ, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी और ऊधमसिंहनगर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तरकाशी के आराकोट और माकुड़ी से आठ लोगों के शव बरामद हो चुके थे। जबकि क्षेत्र में अलग-अलग जगह 15 से 17 लोगों के बहने और मलबे में दबने की सूचना है। राहत और बचाव दलों को यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कत आ रही है, क्षेत्र का संपर्क बाकी जगहों से कटा हुआ है। चमोली जिले के पैनी और सेलंग इलाके में भी कई दुकानें बह गई हैं। देहरादून के मालदेवता इलाके में पिकनिक मनाने गया परिवार के सात सदस्य वाहन समेत नदी में बह गए। इनमें से छह को एसडीआरएफ ने बचा लिया, जबकि एक महिला की मौत हो गई।
चारधाम यात्रा मार्ग पर भी कई स्थानों पर भूस्खलन होने से यात्रा अवरूद्ध हो गई। केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग पर मंदाकिनी नदी पर बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके चलते उसे बीच में ही रोकना पड़ा। इसी प्रकार बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर भी कई जगह भूस्खलन होने से यातायात अवरूद्ध है।
( उत्तराखंड के नंबर वन न्यूज, व्यूज और समसामयिक विषयों के पोर्टल मिरर उत्तराखंड से जुड़ने और इसके अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)