बिजनेस करने वालों और उद्योगपतियों के लिए बड़ी खबर, देहरादून में हुए हैं कुछ बड़े बदलाव
देहरादून में बिजनेस करने वालों को यहां उद्योग धंधा चलाने में कड़े पर्यावरण और दूसरे मानकों के कारण काफी परेशानी आ रही थी, लेकिन अब राज्य सरकार के दून वैली नोटिफिकेशन 1989 में बदलाव के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद दून वैली में उद्योग धंधे लगाने वालों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। यहां अब लाल, नारंगी और हरे वर्ग के साथ ही सफेद वर्ग में भी उद्योग लग सकेंगे। बड़ी बात यह है कि सफेद वर्ग में लगने वाले उद्योगों को कारोबार बढ़ाने की खुली छूट मिलेगी और इन्हें पर्यावरण और दूसरी एनओसी भी नहीं लेनी होगी। सफेद वर्ग में पैकेजिंग, सौर ऊर्जा (25 मेगावाट से कम), विद्युत और इलेक्ट्रानिक उपकरण, जैविक खाद एवं कीटनाशक, पाउडर दूध की पैकिंग, बल्ब एवं सीएफएल निर्माण, चाय की पैकेजिंग, एअर कूलर आदि की पैकेजिंग और एसेंबली जैसे उद्योग शामिल हैं। पहले इस तरह के उद्योग हरित वर्ग में शामिल थे और इन्हें हर साल पर्यावरण सहित दूसरी एनओसी लेनी पड़ती थी, नोटिफिकेशन में किये बदलाव के बाद दून वैली में करीब 300 से 400 यूनिट्स को इसका सीधा फायदा मिलेगा। नये नियमों के तहत अलग – अलग वर्ग में कमर्चारियों की संख्या का झंझट भी खत्म हो गया है। Centre Government approved changes proposed by uttarakhand government on Doon valley Notification 1989.
आपको बता दें कि दून वैली नोटिफिकेशन को सिर्फ देहरादून घाटी के लिए 1989 में जारी किया था और इसमें पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध थे। नये बदलाव से खुदरा कारोबारियों को इससे सबसे अधिक फायदा होगा, देहरादून में कई गैर प्रदूषणकारी उद्योग सिर्फ दून वैली अधिसूचना के कारण नहीं लग पा रहे थे। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें….Mirror Uttarakhand News
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