जम्मू-कश्मीर से लद्दाख हुआ अलग, दोनों आज से केन्द्र शासित प्रदेश, इतिहास बन गया 370
जम्मू-कश्मीर के लिए आज यानी 31 अक्तूबर का दिन ऐतिहासिक है। आज आधी रात से जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य के रूप में दर्जा खत्म हो गया है और नए केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अस्तित्व में आ गए हैं। जी सी मुर्मू और आर के माथुर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के प्रथम उपराज्यपाल के तौर पर आज शपथ लेंगे।
दरअसल जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन कानून 2019 के अनुसार दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नियुक्ति का दिन 31 अक्टूबर है और ये केंद्र शासित प्रदेश आधी रात (बुधवार-गुरुवार) को अस्तित्व में आ गए हैं। देश में अब राज्यों की संख्या 28 और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या नौ हो गई है।मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला किया था, जिसे संसद ने अपनी मंजूरी दी थी।
दोनों केंद्र शासित प्रदेशों का जन्म सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के दिन हुआ है। इस दिन को आज राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज पीएम मोदी का गुजरात के केवडिया में और अमित शाह का दिल्ली में इस अवसर पर महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
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