नैनीताल में लगा दुनिया का पहला लिक्विड मिरर टेलिस्कोप, 95 हजार प्रकाश वर्ष दूर की गैलेक्सी दिखी
2 June. 2022. Nainital. नैनीताल स्थित आर्यभट्ट इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंसेज (एरीज) के निदेशक दीपांकर बैनर्जी ने यहां लगाई गई दुनिया की पहली लिक्विड मिरर टेलिस्कोप के बारे में जानकारी दी। ये टेलीस्कोप भारत, बेल्जियम, कनाडा, पोलैंड और उज्बेकिस्तान का संयुक्त प्रोजेक्ट है। कनाडा के डॉ.पॉल हिक्सन इस प्रोजेक्ट को लीड कर रहे हैं। ये भारत का पहला टेलिस्कोप है जिसका डायमीटर 4 मीटर है । इससे पहले यहां देवस्थल में 3.6 मीटर की टैलिस्कोप लगाई जा चुकी है। एरीज के निदेशक दीपांकर बैनर्जी ने बताया कि स्पेक्ट्रास्कोपी वाला ये टैलिस्कोप पूरी रात इमेजिंग करेगा और इसके परिणामों को लेकर इसरो भी काफी उत्सुक है। इसकी कुल लागत 40 से 50 करोड़ रुपये है जिसमें भारत का 4 से 5 करोड़ खर्च हुआ है।
इसमें लिक्विड मिरर लगा है जो एक जगह में स्थायी रहकर काम करता है। इसे चार से पांच वर्ष पूर्व 2017 में लगाया गया था जिसका अब पहला रिजल्ट मिला है। इस लिक्विड मिरर में 50 लीटर मरकरी है जिसका भार लगभग 700 किलोग्राम है और ये चार मीटर का है। इस टेलिस्कोप से मिली पहली तस्वीर में दिख रही गैलेक्सी की धरती से दूरी लगभग 9 लाख ट्रिलियन किलोमीटर (95 हजार लाइट ईयर) है। इस इमेजी के क्षेत्र में बिलियन सितारे मौजूद हैं ।
टेलिस्कोप हर रात दस से बारह जी.बी.डेटा जमा करेगा। इसमें कैटलॉग गैलेक्सी एन.जी.सी.4274 व कई अन्य गैलेक्सी दिखी। ये प्रोजेक्ट लगभग 5 वर्ष चलेगा जिसका डेटा अगले दो वर्षों में आम जनता के लिए रख दिया जाएगा।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)