पर्यटन
पैनखण्डा : बदरीनाथ के अलावा भी बहुत कुछ है यहां, एक पर्यटन स्थल डा. हटवाल के साथ
अगर घूमने के लिए आपको किसी ऐसी जगह की तलाश है जहां आपको तीर्थ के साथ प्रकृति के खूबसूरत नजारे भी दिखें, ट्रैकिंग भी हो, नदियां, झरने, फूलों की घाटियां, ग्लेशियर, ताल-झील, ग्लेशियर, पर्वतचोटियां, हिलस्टेशन, बुग्याल, गर्मपानी के श्रोत, स्कीइंग, राष्ट्रीय पार्क एवं परिजीवी मंडल के दर्शन भी एक ही भौगोलिक क्षेत्र में हो जाय। तो एक बार पैनखण्डा जरूर आएं। यह क्षेत्र आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। यही नहीं…
Uttarakhand गंगा क्याक महोत्सव का आयोजन, देश-विदेश के खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
17 February 2022. Dehradun. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के सहयोग से द एडवेंचर स्पोर्ट्स सोसाइटी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय गंगा क्याक महोत्सव के पहले दिन देश-विदेश के खिलाड़ियों ने गंगा की लहरों में अपना जौहर दिखाया। फूलचट्टी के निकट गंगा गोल्फ कोर्स रैपिड के पास दसवें गंगा क्याक महोत्सव का गुरुवार को मुख्य अतिथि कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) यूटीडीबी ने रिबन काटकर…
उत्तराखंड का क्वारी पास ट्रैक, एक खूबसूरत विंटर ट्रैकिंग स्थल, पढ़ें पूरी जानकारी
15 February 2022. Dehradun. क्वारी पास ट्रैक उत्तराखंड में स्थित एक खूबसूरत विंटर ट्रैकिंग स्थल है जो समुद्र तल से 12,516 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है। क्वारी पास पहुंचने के लिए तहसील मुख्यालय जोशीमठ से ढाक तक 17 किमी की दूरी वाहन से तय करनी पड़ती है। इसके बाद शुरू होती है करछो व तुगासी गांव होते हुए 13 किमी लंबे ट्रैक की पैदल सैर। पैदल मार्ग पूरी तरह…
Uttarakhand पर्यटकों के लिए खुली ऐतिहासिक गर्तांग गली, एक बार में सिर्फ 10 लोग जा सकेंगे
उत्तरकाशी जिले में मौजूद प्रसिद्ध गर्तांग गली पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की ओर से इस संबंध में अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि पर्यटकों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना होगा, वहीं एक बार में गर्तांग गली में सिर्फ 10 पर्यटक जा सकेंगे। आदेश में यह भी कहा गया है कि भैरवघाटी के…
उत्तराखंड में पैनखण्डा जरूर घूमने आइए, यहां प्रकृति, हिमालय, तीर्थ, सबकुछ है, जानिए इस जगह को
अगर घूमने के लिए आपको किसी ऐसी जगह की तलाश है जहां आपको तीर्थ के साथ प्रकृति के खूबसूरत नजारे भी दिखें, ट्रैकिंग भी हो, नदियां, झरने, फूलों की घाटियां, ग्लेशियर, ताल-झील, ग्लेशियर, पर्वतचोटियां, हिलस्टेशन, बुग्याल, गर्मपानी के श्रोत, स्कीइंग, राष्ट्रीय पार्क एवं परिजीवी मंडल के दर्शन भी एक ही भौगोलिक क्षेत्र में हो जाय। तो एक बार पैनखण्डा जरूर आएं। यह क्षेत्र आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। यही नहीं…
आज देवेन्द्र के साथ कैंची धाम की यात्रा, साथ में पढ़ें बाबा नीम करौली के चमत्कार
कैंची धाम – बिगड़ी तकदीर बनाने वाला हनुमान मंदिर हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड प्रकृति की अमूल्य अलौकिक धरोहर है। यहां की पावन रमणीक वादियों में पहुचते ही सांसारिक मायाजाल में भटके मानव की समस्त व्याधिया यूं शांत हो जाती है, जैसे की लौ पाते ही तिनका भस्म हो जाता है। यहां के ऐतिहासिक धरोहर रुपी रमणीय गुफाए मनभावन मंदिर यहां आने वाले हर आगन्तुक को अपनी ओर आकर्षित…
उत्तराखंड – औली में बर्फबारी की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैंं, आप भी देखिए
उत्तराखंड में स्कीइंग के लिए जाने जाने वाले पर्यटन स्थल औली में इस बार जमकर बर्फबारी हुई है और यहां की बर्फबारी की तस्वीरें सोशल मीडिया में भी जमकर वायरल हो रही हैंं, ये तस्वीरें यहां के स्थानीय लोगों या यहां आने वाले पर्यटकों द्वारा शेयर की जा रही हैंं। वहीं वी उत्तराखंड ग्रुप के द्वारा शेयर की गई यह तस्वीर तो औली की खूबसूरती में चार चांद लगा रही…
150 साल की हुई पर्यटन नगरी रानीखेत, रोचक इतिहास को समेटे है ये खूबसूरत जगह
रानीखेत अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व विख्यात है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता के कारण अंग्रेज शासकों ने रानीखेत को छुट्टियों में मौज- मस्ती के लिए हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया तथा रानीखेत ब्रिटिश हुकूमत से ही सदैव सभी का पसंदीदा स्थान रहा है, और 1869 में यहां कई छावनियां बनवाईं जो अब ‘कुमांऊ रेजीमेंटल सेंटर’ के नाम से जानी जाती हैं ।इस वर्ष रानीखेत के एक सौ…
VIDEO देवेन्द्र के साथ ऊंचे पहाड़ों की ट्रैकिंग, और दर्शन करें ऐतिहासिक पिनाथ मंदिर के
अल्मोड़ा और बागेश्वर की सीमा पर स्थित ऐतिहासिक पिनाथ मंदिर गेवाड़, बौरारौ और कत्यूर घाटी के सांस्कृतिक समागम का केंद्र रहा है। 2750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में तीनों इलाकों के लोगों के लिए उनकी दिशाओं के अनुसार अलग-अलग दरवाजे बने हैं। यहां से तीनों तरफ को काफी पुराने ट्रैकिंग रूट थे, जो अब लुप्त हो चुके हैं। पिनाथ में शिव और त्रिदेव के मंदिर का निर्माण…
आज देवेन्द्र के साथ देखिए ‘कसार देवी’ मंदिर और जानिए इसकी चुंबकीय शक्ति को
उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले के निकट “कसार देवी”एक गाँव है | जो अल्मोड़ा क्षेत्र से 8 km की दुरी पर काषय (कश्यप) पर्वत में स्थित है | यह स्थान “कसार देवी मंदिर” के कारण प्रसिद्ध है | यह मंदिर, दूसरी शताब्दी के समय का है । उत्तराखंड के अल्मोडा जिले में मौजूद माँ कसार देवी की शक्तियों का एहसास इस स्थान के कण-कण में होता है | अल्मोड़ा बागेश्वर…