उत्तराखंड में जल्द ही 5 नये जिलों का गठन हो सकता है, सीएम धामी ने दिया बयान, बीजेपी ने किया स्वागत
31 August. 2022. Dehradun. उत्तराखंड में कुछ और नए जिले बनाने की मांग वक्त-वक्त पर उठते रहती है और अब इस चर्चा को खुद मुख्यमंत्री धामी ने बल दिया है, एक बयान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात को लेकर संकेत दिया है कि प्रदेश में लंबे समय से नए जिले की मांग की जा रही थी, क्योंकि राज्य गठन इसी वजह से ही किया गया था ताकि प्रदेश का विकास हो सके, ऐसे में अगर प्रदेश का सही ढंग से विकास करना है तो जिलों के विस्तार करने की जरूरत है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में बीते लंबे समय से नए जिलों की मांग उठती रही है, जिसे देखते हुए अब जनप्रतिनिधियों व सामाजिक एक्टिविस्ट से भी सरकार राय मशविरा करेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नए जिलों के गठन में इंफ्रास्ट्रक्चर समेत क्या-क्या व्यवस्थाएं जुटानी हैं, इस बात का भी मंथन किया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है छोटी प्रशासनिक इकाइयों के गठन को लेकर लंबे अरसे से उत्तराखंड में मांग चलती आ रही है।
आपको बता दें कि हाल ही में भाजपा संगठन ने 5 नए संगठनात्मक जिले बनाए हैं, जिसके बाद से ही उत्तराखंड राज्य में 5 नए जिले बनाए जाने की चर्चाओं ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने यह जिले पार्टी संगठन को चलाने के लिए बनाए लेकिन उसके बाद राज्य में नए जिले बनाने की चर्चा ने तूल पकड़ लिया है! इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के कार्यकाल के दौरान नए जिले बनाने की चर्चा सामने आई थी लेकिन तब से राज्य में कोई भी नया जिला नहीं बनाया गया है! फिलहाल राज्य में नए जिले बनाने की चर्चाओं के बीच रुड़की, रामनगर, कोटद्वार, काशीपुर और रानीखेत को जिला बनाए जाने की बात एक बार फिर उभर रही है। डीडीहाट को लेकर भी चर्चा है!
इस बीच भाजपा ने राज्य मे नये जिलों के गठन को लेकर सरकार की योजना को बेहतर और स्वागत योग्य कदम बताया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा की सीएम पुष्कर सिंह धामी की नये जिलों के पुनर्गठन की मंशा सकारात्मक और राज्य के विकास में दूरगामी कदम होगा। उन्होंने कहा की इससे राज्य का सर्वांगीण विकास होगा। चौहान ने कहा की सीएम ने जिलों के पुनर्गठन के लिए जनप्रतिनिधियों से चर्चा की बात की है और निश्चित रूप से लम्बे समय से चली आ रही मांग मूर्त रूप लेगी। चौहान ने कहा की भाजपा ने 2011 मे भी 4 जिलों के पुनर्गठन का शासनादेश किया था, लेकिन कांग्रेस ने इस बहु प्रतीक्षित मांग को ठंडे बस्ते मे डाल दिया था। एक बार सीएम धामी ने लोगों की वर्षों की मांग को सुनने का मन बनाकर एक बेहतरीन निर्णय लिया है।
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