नैनीताल जिले के स्कूल एलईडी टीवी, एक्टीविटी बोर्ड एवं ओडियो स्पीकर डिवाईस से होगे सुसज्जित, शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश
नैनीताल जनपद के सभी विद्यालय एलईडी टीबी, एक्टीविटी बोर्ड एंव ओडियो स्पीकर डिवाईस से होगे सुसज्जित। यह निर्देश जिलाधिकारी सविन बंसल ने समग्र शिक्षा एंव मध्यान भोजन योजना की जिला परियोजना समिति की बैठक भीमताल विकास भवन से वीडियो काॅफ्रेसिंग लेते हुए शिक्षा अधिकारियों को दिये।
शिक्षा के प्रति बेहद सजिंदा बंसल ने कहा कि विद्यार्थीयों के सर्वागींण विकास के लिए शिक्षा के साथ ही खेल अतिआवश्यक है। उसी भावना को आगे बढाते हुए और बेहतर संजीदगी व परिश्रम से जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने गत वर्ष समग्र शिक्षा के अन्तर्गत जनपद के सभी विद्यालयों में व्हाइट बोर्ड, लैब, वाचनालयों में हिन्दी-अंग्रेजी समाचार पत्र, मैगजीन, वाॅल पेंटिग, खेल मैदान, खेल उपकरण,रोशनी हेतु एलईडी बल्ब स्थापित कराये गये थे। उन्होंनेे गत वर्ष के भांति प्रत्येक विद्यालय में व्हाइट बोर्ड,लैब, वाचनालयों में हिन्दी-अंग्रेजी समाचार पत्र, मैगजीन(प्रतियोगिता दर्पण, योजना, विज्ञान प्रगति, एनडीए तैयारी पुस्तिका एंव महापुरूषों की बायोग्राफी), वाॅल पेंटिग, खेल मैदान, खेल उपकरण,रोशनी हेतु एलडी बल्ब लगाने साथ ही इस वर्ष 15 से अधिक छात्र वाले विद्यालयों में एलईडी टीबी, एक्टीविटी बोर्ड, व्हाइट बोर्ड, ओडियो डिवाईस लगाने साथ ही को-एजुकेशन विद्यालयों में सीसीटीबी कैमरे लगाने के निर्देश दिये। उन्हांेने प्राईमरी विद्यालयों में बच्चों की रूचि पैदा करने हेतु स्कूलों को वाॅल पेंटिग से सुंदर बनाने के साथ ही खेल समाग्री, झूले लगाने के निर्देश भी दिये।
जिलाधिकारी बंसल ने पहाड़ के विद्यालयों जहां शिक्षक नहीं है वहां पर गाॅव के ही बेरोजगार पढे-लिखे ग्रेजुऐट बालक-बालिका को दूर गाॅव से बच्चों को (स्काॅट) स्कूल तक लाने के साथ ही पढाने हेतु रखने के निर्देश दिये। साथ ही निर्देश दिये की इसका प्रस्ताव स्कूल प्रबंधन कमेटी (एसएमसी) से पास करा कर ही रखा जायें, इससे जहां एक ओर दूर गाॅवों से बच्चों को स्काॅट कर बच्चों को स्कूल तक लाया जा सकेगा वही स्काॅट व्यक्ति द्वारा बच्चों को पढा कर शिक्षक की कमी भी पूर्ति होगी।
डीएम ने गत बैठक में दिये गये निर्देशन अनुसार अभी तक 05 प्रतिशत विद्यालयों में व्हाइट बोर्ड स्थापना, वाॅल पेंटिग, विद्यालयों में बाॅलीबाल,बास्केटबाल,बैटमिंटन कोर्ट, इन्डोर खेल स्थापना, खेल समाग्री खरीद न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए 15 दिन के भीतर कार्यपूर्ति का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश खण्ड शिक्षा अधिकारियों व उप शिक्षा अधिकारियों को दिये। साथ ही उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि वे स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रिर्पोट भी दें। जिलाधिकारी ने 96 विद्यालयों में पेयजल, 61 विद्यालयों में विद्युत संयोजन का प्रस्ताव बनाकर शीघ्र प्रस्तुत निर्देश दिये तांकि जिला योजना अथवा खनिज न्यास से धनराशि उपलब्ध कराई जा सके। उन्होने विद्यालयों में विद्युत संयोजन हेतु अधिशासी अभिंयता विद्युत व खण्ड शिक्षा अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिये। जिलाधिकरी चारदीवारी विहिन विद्यालयों में चारदीवारी का कराने का प्रस्ताव मनरेगा में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेसिंग एंव किचन गार्डन बनाने के साथ ही उन्होंने बच्चों को समय से किताबे व यूनिफाॅर्म उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। उन्होंने विद्यालयों में वाॅल पेंटिग बच्चों से ही कराने के निर्देश दिये,साथ ही शिक्षकों एंव विद्यार्थीयों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण, पर्यावरण व सड़क सुरक्षा सैमिनार भी आयोजित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने 24 विद्यालयों में जिला योजना से डिजिटल स्र्माट क्लास व्यवस्था हेतु धनराशि अमुक्त की। उन्होनेे कस्तुरबा गांधी विद्यालय में बैडमिंटन कोर्ट बनाने एंव बच्चों हेतु गर्म कम्बल का प्रस्ताव जिला योजना में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि जिले के स्कूलो में ऐसे कार्यो से व्यापक बदलाव आयेगे और प्रत्यक्ष रूप से बच्चों और अभिभावकों में भी अपने स्कूल के प्रति जागरूकता आयेगी। जिला शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने बैठक में बताया कि समग्र शिक्षा योजना में गत वित्तीय वर्ष में 1478.35 लाख स्वीकृत के सापेक्ष 614.90 लाख अवमुक्त हुये जिससे व्यय कर लिया गया है।
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