देहरादून सावधान : यहां के पानी को लेकर बड़ा खुलासा, आपका स्वास्थ्य खतरे में Dehradun News
देहरादून वालों का स्वास्थ्य खतरे में है, एक बड़े खुलासे के बाद ये बात सामने आई है, देहरादून का नल का पानी, पीने के पानी के मानकों में खरा नहीं उतरता है । केन्द्र सरकार के खाद्य और अपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले बीआईएस ( Bureau of Indian Standards, BIS) की ओर से जारी देश के शहरों में नल के पानी की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। Water quality in Dehradun.
इस रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई , हैदराबाद ,भुवनेश्वर , रांची ,रायपुर और अमरावती में पानी की गुणवत्ता बहुत अच्छी पाई गयी, वहीं पटना , लखनऊ , देहरादून, चेन्नई , कोलकाता और राजधानी दिल्ली में पानी की गुणवत्ता बेहद खराब पायी गयी । दरअसल पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जा रही है । पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की गई है। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे, इसी दिशा में ये जांच की जा रही है, ताकि साफ पानी के लिए आगे काम किया जा सके।
देहरादून के पानी की बात करें तो कुछ समय पहले स्पैक्स नाम की एक संस्था ने यहां के पानी पर एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके अनुसार सामान्य तौर पर पानी में क्लोरीन की मात्रा 0.2 मिलीग्राम प्रति लीटर होती है। इसी तरह टोटल कॉलीफार्म की मात्रा भी 10 मिलीग्राम प्रति लीटर होती है। लेकिन देहरादून में अधिकतर जगहों पर सुपर क्लोरिनेशन, फीकल कॉलीफार्म 32 गुना अधिक पाया गया, जबकि टोटल कॉलीफार्म भी मानकों के अनुरूप नहीं था। संस्था का दावा था कि यहां जल जनित रोग 82 प्रतिशत बढ़ गये हैं, इनमें बाल रोगियों की संख्या अधिक है। ऐसे पानी के इस्तेमाल करने से खतरनाक बीमारियां जैसे त्वचा रोग, एसिडिटी, बाल झड़ना, बालों का सफेद होना, आँखों की बीमारी अल्सर आदि पैदा हो सकते हैं। कोशिश करें कि नल से आने वाले पानी को उबालकर और छानकर ही प्रयोग करें।
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