उत्तराखण्ड की सभी आईटीबीपी पोस्ट पर सीमान्त जिलों से होगी भेड़, बकरियां, पाॅल्ट्री और ट्राउट मछली की आपूर्ति, आईटीबीपी और उत्तराखण्ड काॅओपरेटिव फेडरेशन के बीच होगा एमओयू
7 October. 2024. Dehradun. उत्तराखण्ड में स्थित सभी आईटीबीपी पोस्ट पर सीमान्त जिलों चंपावत, चमोली, उत्तरकाशी व पिथौरागढ़ के गांवों के 4000 से अधिक स्थानीय किसानों/पशुपालकों के माध्यम से मांस हेतु भेंड़, बकरियां, पाॅलट्री तथा ट्राउट मछली की आपूर्ति के सम्बन्ध में आईटीबीपी तथा उत्तराखण्ड काॅओपरेटिव फेडरेशन के मध्य एमओयू की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्रों में विकास, सीमान्त क्षेत्रों में रिमाइग्रेशन को बढ़ावा देने व पलायन को रोकने तथा सैनिकों को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री सुनिश्चित करवाने के उद्देश्य से मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए इस एमओयू को जल्द सम्पन्न करवाने के निर्देश दिए हैं। उक्त एमओयू को वाइब्रेट विलेज प्रोग्राम के लिए प्रभावी पहल बताते हुए सीएस श्रीमती रतूड़ी ने कहा कि इससे सीमान्त क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही पशुओं की स्थानीय ब्रीड व पशुधन को बढ़ावा, सीमान्त आबादी के लिए रोजगार के अवसरों को गति व वोकल फाॅर लोकल को प्रोत्साहन मिलेगा।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि आईटीबीपी व उत्तराखण्ड सरकार की इस पहल से राज्य में पशुधन की योजनाएं धरातल स्तर पर पहुंचेगी। बैठक में आईटीबीपी ने राज्य के सीमान्त क्षेत्रों में अपने पशु चिकित्सकों की सेवाएं प्रदान करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर सहमति देते हुए मुख्य सचिव ने सीएसआर फण्ड के तहत पशुओं हेतु मेडिकल मोबाइल वैन की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
आईटीबीपी द्वारा प्रस्तावित पर्यटन क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के सम्बन्ध में मुख्य सचिव ने इस विषय पर पर्यटन विभाग के साथ बैठक के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि आईटीबीपी तथा उत्तराखण्ड काॅओपरेटिव फेडरेशन के मध्य इस एमओयू से अन्य समकक्ष सैन्य संस्थाओं जैसे एसएसबी, सेना आदि के साथ भी इस क्षेत्र में कार्य करने के मार्ग खुलेंगे। इस एमओयू से सीमान्त क्षेत्रों में सप्लाई चेन को मजबूत करने, किसानों को उचित मूल्य मिलने व किसानों से सीधे आपूर्ति की व्यवस्था के साथ ही मैदानी क्षेत्रों से आईटीबीपी को पूरे वर्ष बिना बाधा के कम समय में ताजी खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
एमओयू को क्रियान्वित करने हेतु मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड काॅओपरेटिव फेडरेशन को रिवाॅल्विंग फण्ड, मार्केटिंग फण्ड तथा प्रशासनिक व्ययों पर चर्चा करते हुए इसे भविष्य में सस्टेनेबल मोड पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, डा0 बी वी आर सी पुरूषोत्तम, आईजी आईटीबीपी संजय गुंज्याल सहित सहकारिता, वित्त, आईटीबीपी के अधिकारी मौजूद रहे।
Preparations for the MoU between ITBP and Uttarakhand Cooperative Federation have been completed regarding the supply of live sheep, goats, poultry and trout fish for meat through more than 4000 local farmers/stockbreeders of villages of border districts Champawat, Chamoli, Uttarkashi and Pithoragarh at all ITBP posts located in Uttarakhand.
With the objective of development in remote areas, promoting re-migration in border areas, preventing migration and ensuring quality food supply to the ITBP troops , Chief Secretary Smt. Radha Raturi has given instructions to finalise the MoU soon by completing all the formalities. Describing the said MoU as an effective initiative for the Vibrant Village Program, CS Smt Raturi said that this will encourage economic activities in border areas as well as boost up local breed rearing and livestock, speed up employment opportunities for the border population and encourage Vocal for Local concept.
Chief Secretary Smt. Radha Raturi said that with this initiative of ITBP and Uttarakhand Government, livestock schemes will reach the grass root level in the state. In the meeting, ITBP proposed to provide the services of its veterinarians in the border areas of the state, on which the Chief Secretary agreed and directed to arrange medical mobile vans for animals under CSR fund.
Regarding the skill development program in the tourism sector proposed by ITBP, the Chief Secretary has directed to hold a meeting with the Tourism Department on this.
Chief Secretary Smt. Radha Raturi said that this MoU between ITBP and Uttarakhand Cooperative Federation will also open the way to work in this field with other sister military organizations like SSB, Army etc. This MoU will strengthen the supply chain in the border areas.
To implement the MoU, Chief Secretary Smt . Radha Raturi has discussed the issues of revolving fund, marketing fund and administrative expenses with Uttarakhand Cooperative Federation and directed to operate it on a sustainable mode in future.
Secretary Shri. Dilip Jawalkar, Dr. B V R C Purushottam, IG ITBP Shri Sanjay Gunjyal along with officials of Cooperative, Finance and ITBP were present in the meeting.
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