Uttarakhand नहीं रहे चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा, एम्स ऋषिकेश में कोरोनावायरस का इलाज चल रहा था
चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा का कोरोना के चलते पिछले कई दिनों से एम्स में इलाज चल रहा था। लेकिन आज उनका निधन हो गया। आपको बता दें कि 94 साल के सुंदरलाल बहुगुणा का नाम पर्यावरण के क्षेत्र में बेहद इज्जत से लिया जाता है। उनके जाने से उत्तराखंड को एक बड़ी क्षति पहुंची है।
बहुगुणा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ये राष्ट्र की बड़ी क्षति है, उन्होंने सदियों में हमारे देश में प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर रहने की परंपरा को जीवंत किया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शोक जताते हुए कहा कि
“चिपको आंदोलन के प्रणेता, विश्व में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध महान पर्यावरणविद् पद्म विभूषण श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार मिला। यह खबर सुनकर मन बेहद व्यथित हैं। यह सिर्फ उत्तराखंड के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण देश के लिए अपूरणीय क्षति है।”
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