उत्तराखंड की बेटी के साथ दिल्ली में दुष्कर्म और हत्या मामला, परिवार को आज भी न्याय का इंतजार
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में दामिनी (काल्पनिक नाम) के माता-पिता ने भेंट की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड की बेटी के साथ जो हुआ, वह बहुत दिल दहलाने वाला था। कोई भी बेटियों का पिता या किसी बहन का भाई इस पीड़ा को बहुत अच्छी तरह समझ सकता है। मुख्यमंत्री ने उनके माता-पिता को आश्वासन दिया कि कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए उनका पूरा सहयोग किया जायेगा। राज्य सरकार और प्रदेश की जनता पीड़िता के परिवार के साथ है और हर प्रकार की मदद के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने उन लोगों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इस आवाज को उठाया है। उन्होंने अपील की कि जिस तरह से राज्य वासियों ने पहले भी दिल्ली में न्याय के लिए आवाज उठाने में पीड़ित परिवार का साथ दिया, अब भी इस आवाज को उठाने में पूरा सहयोग करेंगे।
दामिनी के माता-पिता ने जानकारी दी कि 09 फरवरी 2012 को दिल्ली में उनकी बेटी के साथ तीन दरिंदों ने गैंगरेप किया और उसके बाद मर्डर किया। दिल्ली हाईकोर्ट ने तीनों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी, वर्तमान में यह मामला माननीय उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि इन अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी जरूरी है, ताकि किसी और के साथ ऐसी दुःखद घटना न घटे। दामिनी के माता-पिता मूलरूप से पौड़ी जनपद के नैनीडांडा ब्लाॅक के मोक्षक गांव के हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)