पदोन्नति में आरक्षण पर हड़ताली जनरल-ओबीसी कर्मचारियों से मुख्यमंत्री की काम पर लौटने की अपील, चितई में कार्मिकों ने लगाया जागर
उत्तराखंड में पदोन्नति में आरक्षण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, एक तरफ जहां पिछले कुछ दिनों से राज्य में पदोन्नति से रोक हटाने और बिना आरक्षण के पदोन्नति की प्रक्रिया को जारी करने की मांग को लेकर जनरल ओबीसी वर्ग के कर्मचारी हड़ताल पर हैं और अपनी हड़ताल को अब और तेज करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ( Uttarakhand, CM, Trivendra Singh Rawat) ने कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील की है। कर्मचारी जहां 12 तारीख से आवश्यक सेवाओं को भी हड़ताल में शामिल करने की बात कह रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि देश इस समय कोरोना वायरस से लड़ रहा है ऐसे में कर्मचारियों को काम पर वापस आ जाना चाहिए।
वहीं कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी मांगों का सरकार की ओर से संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। सरकार जानबूझकर उनकी अनदेखी कर रही है। कार्मिकों का कहना है कि एट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग से कार्मिकों का आंदोलन, जन आंदोलन का रूप ले सकता है, आम जनता भी सरकार के खिलाफ कार्मिकों के साथ खड़ी है।
इस सबके बीच आरक्षण विरोधी कर्मचारियों ने अल्मोड़ा के प्रसिद्ध चितई मंदिर में सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए जागर भी लगाए । अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें….Mirror Uttarakhand News
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