सीएम धामी ने रुद्रपुर में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 के अन्तर्गत क्षेत्रीय सम्मेलन में भाग लिया, पंतनगर विश्वविद्यालय में जनरल बिपिन रावत छात्रावास का लोकार्पण भी किया
22 Nov. 2023. Rudrapur. उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 के अन्तर्गत क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन रूद्रपुर में सम्पन्न हुआ। कुल 434 यूनिटों का 27476.67 करोड़ रूपये के एमओयू हुए। उद्यमियों ने कहा ’’ सीएम धामी के नेतृत्व में उद्योग विकास हेतु उठाये जा रहे सकारात्मक कदम। जनपद नैनीताल की 139 ईकाइयों के 4312.90 करोड़ के तथा जनपद ऊधम सिंह नगर के 295 इकाईयों क 23163.77 करोड़ के एमओयू हुए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी का हार्दिक स्वागत एवम् अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि लन्दन, दुबई, अबू धाबी, चेन्नई, बेंगलोर, अहमदाबाद, मुंबई के बाद अपने गृहक्षेत्र रुद्रपुर में आप सभी के मध्य राज्य में निवेश की अपार संभावनाओं को लेकर सम्मेलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमें विदेशी जमीन पर निवेशकों का सहयोग और सर्मथन मिला, उसी तरह आप सभी का भी सहयोग और समर्थन हमें मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे सभी उद्यमि राज्य के ब्राण्ड एम्बेस्डर हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेश बढ़ेगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, अवसर बढ़ेंगे तो उत्तराखंड से बेरोजगारी भी कम होगी। उन्होंने कहा कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारिकरण और संतुष्टि के मूल सिद्धांत को अपनाकर राज्य में ईज ऑफ डूंड्रग बिजनेस के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। राज्य में लाइसेंस आदि के अनुमोदनों के लिए ’’सिंगल विंडो सिस्टम’’ की व्यवस्था में सुधार किया गया है तथा व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिये आवश्यक सभी स्वीकृतियों के लिए व्यवस्था प्रारम्भ की गई है।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार तथा ऊधम सिंह नगर जनपद में 6000 एकड़ लैण्ड बैंक उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में एमओयू साइन हो जाते थे, परन्तु कार्य आगे नहीं बढ़ पाता था। उन्होंने कहा कि हम वास्तव में काम करना चाहते हैं और निवेशकों को राज्य में क्या-क्या और किस प्रकार की सुविधाएं व व्यवस्थाएं चाहिए उनपर भी विस्तार से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश हेतु बहुत बड़े प्रस्ताव राज्य सरकार को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रस्तावों का आंकलन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो प्रस्ताव राज्य के लिए व्यावहारिक दृष्टि से ठीक होंगे तथा राज्यानुकूल होंगे, ऐंसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में रोजगार, आर्थिकी में वृद्धि एवं राज्यानुकूल उद्योगों स्थापित हों तथा उद्योग ठीक प्रकार से चलें। उन्होंने कहा कि सरकार के भरोसे पर उद्यमि अपना उद्योग लगाने में अपनी सम्पूर्ण जमा पूंजी एक बार में लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य तंत्र की जिम्मेदारी है कि जिसे भी उद्योग लगाने के लिए कह रहे हैं, उनकी ऑनरशिप लेनी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में उद्यमियों के साथ किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।
धामी ने एप्पल मिशन के अन्तर्गत एम-9 फसल तथा एम-111 के किसानों को नफा-नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि राज्य तंत्र जिसे भी उद्योग लगाने के लिए कह रहे हैं, उनकी ऑनरशिप लें और अभिभावक के तौर पर काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित कर सकती है, बढ़ावा दे सकती है, संरक्षण व सहायता कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य राज्य में निवेश बढ़ाने के साथ ही राज्य की विशेष पहचान पूरी दुनिया में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों का ध्यान उत्तराखण्ड की तरफ गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण अधिक है, जबकि राज्य में मौसम, वायु सहित सभी परिस्थितियां व्यक्तियों तथा उद्योगो के अनूकूल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में नदियां, पहाड़ तथा मैदान सभी उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमियों के साथ कम्यूनिकेशन स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय उद्योग मित्र समूह की बैठक में रखी गई समस्याओं में से 99 प्रतिशत का समाधान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य के पारम्परिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन, आयुष, वेलनेस, खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाईल्स, वैकल्पिक ऊर्जा और सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों को लिबरल, सरल व आसान बना सकते हैं। उन्होंने कि सरकार द्वारा मजबूत नीतिगत ढांचे में निवेशक हितैषी नीतियां बनाने के लिए 27 से अधिक पॉलिसिज को या तो बनाया गया है या नवीनीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारा दृढ़ विश्वास है कि निजी क्षेत्र के साथ मजबूत सम्बन्ध बनाने एवं साझेदारी स्थापित करने से ही हम राज्य में आर्थिक प्रगति एवं रोजगार के अवसरों के सृजन की दिशा में और अधिक तेजी से आगे बढ़ सकते हैं, राज्य में उद्योगों के साथ बेहतर सम्बन्ध एवं तालमेल बढ़ाने को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है कि उत्तराखण्ड राज्य के विकास में आप सभी सहभागी बनेंगे, साथ ही सभी को यह भी विश्वास दिलाया कि उत्तराखंड में अपने उद्योग स्थापित करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उद्यमियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा करते हुए कहा कि अधिकारी पहले भी थे, लेकिन आपके विशेष योगदान के कारण उद्यमियों की अधिकांश समस्याओं का समाधान हो गया है और उद्यमियों को आगे बढ़ाने में आपका (सीएम पुष्कर सिंह धामी) का विशेष योगदान है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा में फंसे मजदूरों को सकुशल निकालने हेतु किये जा रहे कार्यों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने वैश्विक स्तर पर राज्य की पहचान, औद्योगिक निवेश, विभिन्न क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं सुधारों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
पंतनगर विष्वविद्यालय में माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा जनरल बिपिन रावत छात्रावास का लोकार्पण एवं संबोधन
पन्तनगर। 22 नवम्बर 2023। विष्वविद्यालय में जनरल बिपिन रावत छात्रावास का लोकार्पण एवं छात्रावास प्रांगण में वृक्षारोपण आज माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया तथा इसके उपरान्त माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गांधी हाल में सभी को संबोधित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के साथ कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. बृजेष सिंह मंचासीन थे।
मुख्य अतिथि श्री पुष्कर सिंह धामी ने देष के प्रथम सीडीएस, देवभूमि के वीर सपूत स्व. जनरल बिपिन रावत को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक सैनिक बाहुल्य प्रदेष है तथा भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास में उत्तराखण्ड के सैनिकों का अति विषिष्ट योगदान रहा है और स्व. जनरल बिपिन रावत ने भी अपने जीवनकाल में हमारी इस सैन्य परम्परा का निर्वहन अत्यंत निपुणता से किया। उन्होंने बताया कि स्व. जनरल बिपिन रावत एक सच्चे देष भक्त और एक उत्कृष्ठ योद्धा थे, जिन्होंने पूरी लगन से भारत की सेवा की। विष्वविद्यालय में जनरल बिपिन रावत की स्मृति में छात्रावास का लोकार्पण होने से आज का दिन उत्तराखण्ड एवं पन्तनगर विष्वविद्यालय के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में याद किया जायेगा। उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय द्वारा जनरल बिपिन रावत के नाम से एक शोध षिक्षणालय राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इसके लिए उन्होंने विष्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने बताया कि 17 नवम्बर 1960 को एकीकृत षिक्षण, अनुसंधान और विस्तार की अवधारणा पर पन्तनगर विष्वविद्यालय की उत्पति के साथ ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक नया आयाम प्रारम्भ हुआ, जिसमें प्रारम्भ में कठिनाइयों के बावजूद विष्वविद्यालय के कार्यकुषल संकाय और कर्मचारियों ने देष में विषेष रूप से गेंहू और चावल का उत्पादन बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान किया। हरित क्रांति की जननी पन्तनगर विष्वविद्यालय देष की छवि को आयातक से शुद्ध निर्यातक देष में बदल दिया। उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 346 प्रजातियां तथा दो पशु नस्लों का विकास किया गया है। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा दलहन की 7 प्रजातियां विकसित की गयी है, जो देष में दलहन उत्पादन को रिकार्ड ऊंचाई तक पहुंचाने में बहुमूल्य योगदान रहा है। विष्वविद्यालय ने छः दषकों में सफलता के नये-नये कीर्तिमान स्थापित किये है, जिसके कारण विष्वविद्यालय को तीन बार देष के सर्वश्रेष्ठ कृषि संस्थान होने का गौरव भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में वर्ष 2017 में कुल कृषि क्षेत्र के 1 या 2 प्रतिषत भाग में ही जैविक कृषि की जाती थी, परन्तु अब 34 प्रतिषत भाग में जैविक कृषि की जा रही है। उन्होंने विष्वविद्यालय के वैज्ञानिक एवं छात्र से आषा व्यक्त की कि आने वाले समय में प्रदेष की उन्नति में अपना अभूतपूर्व योगदान देंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री जी द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में भी सभी को अवगत कराया।
कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान ने अपने संबोधन में कहा कि देष का प्रथम कृषि विष्वविद्यालय 63 वर्षों से देष के साथ-साथ उत्तराखण्ड की सेवा कर रहा है। विष्वविद्यालय द्वारा ही देष में हरित क्रांति आयी थी जिसके कारण विष्व में अनाज के क्षेत्र में दूसरे स्थान पर और दुध उत्पादन के क्षेत्र प्रथम स्थान पर है। विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा 300 से अधिक तकनीकियों को विकसित कर किसानों एवं स्टेक होल्डरों के पास पहुंचाया है। उन्होंने विष्वविद्यालय की पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि इस वर्ष में दो दीक्षान्त समारोह आयोजित किये गये, जिसमें 3500 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय से 47 हजार विद्यार्थियों द्वारा षिक्षा ग्रहण कर देष के विभिन्न संस्थानों में सेवा प्रदान कर रहे है। विष्वविद्यालय में आईसीएआर एक्रिडेषन में ‘ए’ ग्रेड का स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि किसान मेले का समय से आयोजन किया गया जिसमें किसानों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया तथा पिछले किसान मेले में लगभग 45 हजार किसानों ने भाग किया। उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय के उत्थान हेतु विष्वविद्यालय के वैज्ञानिक प्रयासरत है तथा छोटे-छोटे कार्यक्रमों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से गरीब किसानों को नयी तकनीक की जानकारी प्रदान की जा रही है, जिससे वे समृद्ध बन सके।
कार्यक्रम के अंत में डा. बृजेष सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. स्नेहा दोहरे ने किया। इस अवसर पर प्रबंध परिषद के सदस्य एवं लालकुआँ विधायक श्री मोहन सिंह बिष्ट, प्रबंध परिषद के सदस्य एवं रूद्रपुर विधायक श्री षिव अरोरा, विधायक श्री रामसिंह केड़ा, मेयर रूद्रपुर श्री रामपाल, कमल जिंदल, श्री सुरेष परिहार, पदाधिकारिगण श्री अषीष भटगंई, जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर श्री उदय राज सिंह, एसएसपी श्री मंजूनाथ टीसी तथा महाविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेषकगण, संकाय सदस्य तथा जनप्रतिनिधि, वैज्ञानिक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी एवं अन्य अतिथिगण उपस्थित थे।
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