मदमहेश्वर मंदिर ट्रैक पर बनतोली गौंडार में पुल बहा, श्रद्धालु फंसे, हेलीकॉप्टर से बचाव कार्य किया गया
26 July. 2024. Rudraprayag. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि देर रात्रि को हुई भारी बारिश के कारण मदमहेश्वर मंदिर ट्रैक पर बनतोली गौंडार में मार्कण्डेय (मोरकंडा) नदी पर पैदल पुल बह जाने के कारण क्षेत्र से संपर्क बाधित हो गया था।
उन्होंने अवगत कराया कि सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस तथा जिला प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। पूरे रेस्क्यू अभियान के दौरान जिलाधिकारी भी स्वयं मौके पर मौजूद रहे। जिलाधिकारी की निगरानी में हैली सेवाओं के माध्यम से मदमहेश्वर यात्रा रूट पर फंसे 106 यात्रियों का सफल रेस्क्यू किया गया।
मदमहेश्वर घाटी में फंसे तीर्थ यात्रियों के सफल रेस्क्यू के बाद सभी तीर्थ यात्रियों ने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार सहित पूरी रेस्क्यू टीम का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। यात्रियों का कहना था कि जिला प्रशासन एवं सरकार द्वारा यात्रियों के रेस्क्यू के लिए स्थानीय लोगों की मदद से अस्थाई हेलीपैड निर्माण से लेकर फूड पैकेट भी बेहद कम समय में सभी यात्रियों को उपलब्ध कराए गए। त्वरित गति से रेस्क्यू किए जाने हेतु तत्काल हैली सेवा के माध्यम से नानू हेलीपैड से रांसी हैलीपैड पहुंचाया गया। जिसके लिए उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करने के लिए सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। रेस्क्यू अभियान में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, लोनिवि एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा यात्रियों का सफल रेस्क्यू किया गया।
गत देर रात्रि को हुई भारी बारिश के कारण मदमहेश्वर मंदिर ट्रैक पर बनतोली गौंडार में मार्कण्डेय नदी पर पैदल पुल बह जाने के कारण क्षेत्र से संपर्क बाधित हो गया है।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि सुबह घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस बल सहित जिला प्रशासन की टीमों को मौके पर रवाना किया गया। जिलाधिकारी स्वयं मौके पर पूरे रेस्क्यू की निगरानी कर रहे हैं। यात्रा मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं के सफल रेस्क्यू के लिए नानूचट्टी में स्थानीय लोगों की सहायता से वैकल्पिक हैलीपैड़ बनकर तैयार हो गया, ताकि त्वरित रेस्क्यू किया जा सके। यात्रा मार्ग पर फंसे सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। वहीं क्षतिग्रस्त पुल को दुरुस्त करने के लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अगर मार्ग पर फंसे किसी श्रद्धालु के परिजन उनसे संपर्क करना चाहते हैं तो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
हेल्पलाइन नंबर- 8958757335, 01364 233727
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
(नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)