Skip to Content

Uttarakhand : जंगल में वीरान टेंट में चारपाई के नीचे मिले 4 नाबालिग बच्चे, निवाला बनाने के फेर में बाघ भी घूम रहा था

Uttarakhand : जंगल में वीरान टेंट में चारपाई के नीचे मिले 4 नाबालिग बच्चे, निवाला बनाने के फेर में बाघ भी घूम रहा था

Closed
by November 23, 2022 News

23 Nov. Almora. सोमेश्वर की पुलिस ने 04 गुमशुदा नाबालिग बच्चों को जंगल से सकुशल बरामद किया है। जानकारी के अनुसार सोमेश्वर थाना क्षेत्र के दुर्गम ग्राम कांटली जो सोमेश्वर से लगभग 30 कि0मी0 दूर है तथा पिनाकेश्वर के जंगलो से लगा हुआ है। यहाँ नेपाली मूल के एक व्यक्ति कर्ण बहादुर खत्री अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ रहता है। इन तीनो बच्चों की माँ दो वर्ष पूर्व इनको छोड़ कर कही चली गयी है, दिनांक- 22.11.2022 को कर्ण बहादुर ने किसी बात पर अपने बच्चों को डाँटा-फटकारा, जिससे बच्चे नाराज होकर घर से नेपाल जाने की योजना बना रहे थे।

बच्चों के परिजनों व गाँव के लोगों ने आस-पास काफी ढूंढ खोज की परन्तु कही कुछ पता नही चल पाया। अंततः थक-हारकर कर्ण बहादुर खत्री व जगदीश राम ने थाना सोमेश्वर में अपने बच्चों के बिना बताये घर से गुम होने की सूचना थानाध्यक्ष सोमेश्वर को दी। थानाध्यक्ष सोमेश्वर ने तत्काल घटनाक्रम से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा को अवगत कराया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा सोमेश्वर थानाध्यक्ष विजय नेगी को तत्काल टीमों का गठन कर बच्चों की तलाश करने हेतु आदेशित किया गया। थानाध्यक्ष विजय सिंह नेगी ने स्वयं एवं म0उ0नि0 मोनी टम्टा के नेतृत्व में 02 अलग- अलग टीमों का गठन कर बच्चों की तलाश हेतु काँटली व पिनाकेश्वर के जंगलों में सघन कांबिंग अभियान चलाया।

इस दौरान जंगल से पुलिस टीम को बाघ की गुर्राने की आवाज भी सुनाई दी, जिस पर पुलिस टीम को भी बच्चों के साथ किसी अनहोनी की आशंका होने लगी, पुलिस टीम बच्चों की ढूढ-खोज अभियान को जारी रख जंगल में आगे को बढते रही, तभी पुलिस टीम को दूरस्थ एक टैन्ट लगा हुआ दिखा, जहाँ पुलिस टीम ने जाकर देखा तो टैन्ट के अन्दर एक चारपाई रखी थी जिसके नीचे चारों बच्चे डरे सहमे छुपे हुये थे। पुलिस टीम ने प्यार दुलार से बच्चों को अपने पास लिया और बच्चों से पूछताछ की तो बच्चों ने बताया कि वह अपने नानी के घर नेपाल जाने के लिए घर से निकले थे, जंगल में आते-आते रास्ता भटक गये थे और उन्हें एक बाघ दिखाई दिया जिसे देखकर हम काफी डर गये। जंगल में हमें टैन्ट दिखाई दिया तो हम बाघ के डर से टैन्ट में रखे चारपाई के नीचे छुप गये थे।बच्चे काफी भूखे व डरे हुए थे, बच्चों ने बताया कि रात से ही बाघ उनके टैन्ट के आस-पास ही घूम रहा था तथा कुछ देर टेन्ट के आगे बैठा भी था।

थानाध्यक्ष विजय सिंह नेगी व पुलिस टीम ने बच्चों को अपने साथ लेकर सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द किया। अपने बच्चों को सकुशल वापस पाकर परिजन अत्यधिक प्रसन्न हुये और उनकी आँखो से खुशी के आँसू छलक उठे। सोमेश्वर पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक की गयी कार्यवाही की परिजनों व प्रत्यक्षदर्शियों ने सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा सोमेश्वर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के लिए पूरी पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। वहीं अल्मोड़ा पुलिस ने जनपद की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि अपने बच्चों को प्यार-दुलार से रखें, उनकी मानसिक स्थिति को समझते हुए उनसे व्यवहार करें।

अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News

( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)

Previous
Next
Loading...
Follow us on Social Media