भारत-नेपाल सीमा पर घर जाने के इंतजार में हजारों नेपाली तनाव में, 7 मई तक बढ़ा नेपाल में लॉकडाउन
नेपाल में लॉकडाउन 7 मई तक बढ़ा दिया गया है, तब तक नेपाल की सीमाएं भी पूरी तरह से सील कर दी गई हैं, इस सब के बीच भारत नेपाल सीमा पर फंसे हजारों नेपालियों की चिंता और बढ़ गई है, अकेले उत्तराखंड के चंपावत और पिथौरागढ़ जिले में नेपाल सीमा पर 1000 से ज्यादा नेपाली फंसे हुए हैं।
वैसे तो इन नेपालियों को भारत की ओर से भोजन और रहने की सुविधा दी जा रही है, लेकिन इन लोगों में रह रहकर अपनी सरकार के प्रति गुस्सा भी पनप रहा है। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में नेपालियों ने नेपाल की साइट वाले पुल के गेट पर जाकर प्रदर्शन भी किया था, कुछ नेपालियों ने काली नदी को पार कर अपने देश जाने की कोशिश की थी, नेपाल पहुंचे लोगों को वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भारतीय सीमा में भी एसएसबी ने कुछ लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंपा। सोमवार को भी कुछ नेपाली काली नदी पार कर भारतीय सीमा में घुस रहे थे जिनको चंपावत जिले में क्वॉरेंटाइन किया गया है। भारत की ओर से इन लोगों के नेपाल जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन नेपाल अपनी सीमा नहीं खोल रहा है। कुछ नेपाली अधिकारियों ने सीमा के इस पार आकर भारतीय अधिकारियों से बातचीत भी की है लेकिन इन अधिकारियों को काठमांडू से कोई आदेश नहीं मिले हैं। ऐसे में 7 मई तक लॉगडाउन के बढ़ने से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार से सटे नेपाल की सीमा में फंसे हजारों नेपाली नागरिकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand
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