Uttarakhand महिला के साथ पुल के नीचे सामुहिक दुष्कर्म की हकीकत, सच सामने आने के बाद हर कोई हैरान
देहरादून के सहसपुर में एक महिला ने अपने साथ देर रात को पुल के नीचे सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था, हाथरस में हुई घटना को देखते हुए देहरादून में महिला के आरोप के बाद पुलिस और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए थे। राजनीतिक दलों ने भी यहां इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया लेकिन अब इस मामले में पुलिस की जांच के बाद जो खुलासा हुआ है उसके बाद हर कोई हैरान है। राजनीतिक दल भी अब इस मामले में चुपचाप किनारे हो गये हैं, दरअसल देहरादून में सहसपुर की रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसके साथ सहसपुर में पुल के नीचे सामूहिक दुष्कर्म किया गया, महिला ने पुलिस को बताया कि वह इस जगह से गुजर रही थी तभी एक व्यक्ति ने उसका हाथ खींच लिया और उसके बाद दो व्यक्ति वहां और आ गए और तीनों ने मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। महिला ने खुद थाने पहुंचकर इस बात की शिकायत की थी, इसके बाद देहरादून में हड़कंप मच गया और इस मामले में पुलिस ने अपनी जांच शुरू की।
देहरादून के डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि यह पूरा मामला फर्जी था और महिला ने अपने पति और दो अन्य लोगों के साथ बदला लेने के लिए यह आरोप लगाए थे। पुलिस के अनुसार जांच में पता चला है कि महिला की कुछ दिनों पहले सहसपुर निवासी एक व्यक्ति के साथ शादी हुई थी, बाद में दूसरे मजहब की होने के कारण व्यक्ति ने महिला को अपने साथ रखने से मना कर दिया। महिला इसके बाद अपने मायके आ गई और लगातार अपने पति से बदला लेना चाह रही थी, इसी कारण महिला ने अपने साथ सामूहिक दुष्कर्म होने का आरोप लगाया और वह लगातार तीन पुरुषों का नाम ले रही थी। वहीं मेडिकल जांच में महिला के साथ किसी तरह के दुष्कर्म होने की पुष्टि नहीं हुई और न ही महिला के शरीर पर किसी तरह का कोई जख्म पाया गया। महिला के पिता ने भी पुलिस को बयान में बताया कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसके साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ है। इसके बाद जब पुलिस की ओर से महिला से पूछताछ की गई तो महिला ने भी कबूल किया कि उसने सामूहिक दुष्कर्म होने का झूठा आरोप लगाया है।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि इस तरह के मामलों में फर्जी शिकायत करवाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि कई बार इस तरह की शिकायतों में असल शिकायतें दब जाती हैं, जिनके साथ सच में इस तरह की घटना हुई हो। जोशी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी और इस घटना की सभी पहलुओं से जांच की गई। आपको बता दें कि इस घटना के बाद देहरादून में राजनीतिक दल भी सियासत पर उतर आए थे लेकिन अब घटना का सच सामने आने के बाद सभी राजनीतिक दल मौके से गायब हो गए हैं।
अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें…. Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)