पहाड़ों पर ऐसी हरकत ना करें, इसकी तो किस्मत अच्छी थी कि आधी रात को बचाव दलों ने देख लिया
उत्तराखंड में आंध्र प्रदेश के एक पर्यटक ने केदारनाथ यात्रा के दौरान खुद से ऐसा निर्णय लिया कि उसे भी नहीं पता था कि आगे चलकर यह उसके लिए एक मुश्किल निर्णय हो जाएगा । वह तो इस शख्स की किस्मत अच्छी थी कि समय रहते इसके मोबाइल में नेटवर्क आ गए और आधी रात तक बचाव दल एस तक पहुंच गए। ऐसी हरकत आप ऊपरी हिमालई पहाड़ों में न करें यह आपकी जान के लिए खतरनाक हो सकता है।
उत्तराखंड पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार Uttarakhand Police के जवानों ने रूद्रप्रयाग के चैराबाड़ी ताल क्षेत्र में ट्रैकिंग के दौरान रास्ता भटक गये एक युवक को रेस्क्यू कर उसकी जान बचाई। कल बुधवार को आंन्ध्र प्रदेश निवासी 21 वर्षीय साईं भास्कर ट्रैकिंग करते-करते चोराबाड़ी ताल से काफी आगे निकल गया घना कोहरा व जंगल का रास्ता होने का कारण व वहां फंस गया। किसी तरह उसे एक स्थान पर मोबाइल नेटवर्क मिले तो रात्रि लगभग 10.00 बजे उसने डायल 112 को कॉल कर बताया कि मेरी मदद करें… सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए चौकी केदारनाथ को सूचित किया और चौकी केदारनाथ व SDRF के जवानों द्वारा संयुक्त रूप से टीम बना कर उक्त यात्री की खोजबीन शुरू की गयी और चैराबाड़ी ताल के पास रात्रि लगभग 2.00 बजे जंगल मे वह युवक मिला। युवक ने बताया कि वह अपने ग्रुप से अलग होकर ट्रैकिंग के लिए निकल गया था। चलते चलते दूर कहीं जंगल मे चले गए काफी रात तक वह खुद वापसी का रास्ता तलाश रहे थे किन्तु रात अधिक होने व घने जंगल ठण्ड और कोहरा होने के कारण वह फंस गया। यह कहते हुए युवक ने पुलिस का धन्यवाद व्यक्त किया। युवक को सकुशल वापस चौकी केदारनाथ लाया गया।
आपको बता दें कि चोराबाड़ी झील वही झील है जिसके टूटने से केदारनाथ में आपदा आई थी और आंध्र प्रदेश का ये व्यक्ति और इसके साथ के लोग केदारनाथ से भी ऊपर चोराबारी ग्लेशियर की ओर घूमने निकल गए थे। हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप उंचाई वाले पहाड़ों पर घूमने निकले तो ऐसी गलती ना करें।
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