कुंभ से पहले ऋषिकेश लक्ष्मण झूलापुल का विकल्प तैयार हो जाएगा – मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत
उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित ऐतिहासिक लक्ष्मण झूलापुल को काफी पुराना होने के कारण बंद कर दिया गया है, लेकिन उसके बाद पुल के विकल्प के तौर पर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए अब यहां लक्ष्मण झूलापुल का एक विकल्प बनाने की तैयारी चल रही है। यह जानकारी खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी, त्रिवेंद्र रावत ने ट्वीट कर बताया कि ” लक्ष्मण झूला पुल उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर है। इसे संरक्षित रखने के लिए प्रयास किए जाएंगे। जनसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्सपर्ट की रिपोर्ट के बाद पुल पर आवाजाही रोकी गई है। लोगों को आवाजाही में राहत देने के लिए जल्द ही वैकल्पिक पुल बनाया जाएगा। “
दरअसल ब्रिटिश काल में गंगा नदी के ऊपर निर्मित करीब 450 फिट लंबे और 5 फिट चौड़े स्पॉन वाले लक्ष्मणझूला पुल पर शासन ने शुक्रवार से आवाजाही पर रोक लगा दी है। 90 साल पहले बने पुल की जीर्ण-शीर्ण हालत के चलते यह निर्णय लिया है। ताकी संभावित दुर्घटना में जानमाल का नुकसान न हो। लक्ष्मणझूला, तपोवन क्षेत्र में आवागमन का एकमात्र साधन झूला पुल बंद होने से हजारों लोगों की लाइफ लाइन थम गई है।
तपोवन से लक्ष्मणझूला गंगा पार जाने और लक्ष्मणझूला से तपोवन आने के लिए स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों की आवाजाही के लिए सुगम लक्ष्मणझूला पुल को शासन ने शुक्रवार को रिटायर कर दिया है। यानी कि अब इस पुल से न कोई जा सकेगा और न ही आ सकेगा। लक्ष्मणझूला पुल पर आवागमन बंद होने से स्थानीय व्यापार पर असर पड़ेगा। हालांकि शुक्रवार को पहले दिन बंद का असर नजर नहीं आया। सामान्य दिनों की तरह लोग पुल से आवाजाही करते दिखाई दिए। मामले में अपर मुख्य सचिव ने पीडब्ल्यूडी नरेंद्रनगर डिवीजन को पत्र जारी कर लक्ष्मणझूला पुल पर शुक्रवार से लगी रोक का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। ताकी दुर्घटना होने पर जान माल का नुकसान न हो।
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