उत्तराखंड : पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ अब परिवार सहित उतरेंगे जरनल-ओबीसी कर्मचारी, समर्थन में भी आवाज
उत्तराखंड में पदोन्नति में आरक्षण एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है, उत्तराखंड में पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट की ओर से सही ठहराए जाने के बाद जहां एक ओर जनरल-ओबीसी कर्मचारी संगठन पदोन्नति में लगी रोक को हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं अनुसूचित जाति, जनजाति के कर्मचारी संगठन अब प्रमोशन में आरक्षण को बरकरार रखने की मांग के लिए दबाव बनाने के लिए अपनी रणनीति बनाना शुरू कर चुके हैं। एक ओर करीब सवा लाख जनरल-ओबीसी कर्मचारी आरक्षण मुक्त पदोन्नति की मांग और पदोन्नति में लगी हुई रोक को हटाने की मांग के साथ 1 दिन की हड़ताल कर चुके हैं और अब 20 फरवरी को ये सभी कर्मचारी अपने परिवारों के साथ अपनी मांग के लिए सड़कों पर उतरने जा रहे हैं, इस दौरान केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
वहीं उत्तराखंड एससी-एसटी इंप्लाइज फेडरेशन की ओर से 23 फरवरी को प्रदेशभर में पदोन्नतियों में आरक्षण की मांग को प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा मार्च के पहले सप्ताह में दून में राष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार, कांग्रेस और भाजपा सभी पशोपेश में हैं, कोई भी इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों को नाराज नहीं करना चाहते, उत्तराखंड सरकार भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के इतने दिनों बाद तक भी पदोन्नति से रोक हटाने जैसा कदम उठाने में झिझक रही है।अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें….Mirror Uttarakhand News
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