उत्तराखंड : बारिश, भूस्खलन, रोडब्लॉक के बीच खिलती जिंदगी, मलबे में फंसी एम्बुलेंस में जन्म
उत्तराखंड में इस वक्त बारिश का कहर जारी है, कुमाऊंं से लेकर गढ़वाल तक करीब 130 छोटी-बड़ी सड़कों पर भूस्खलन और मलबा आने के कारण या तो बंद पड़ी है या बारिश के कारण बार-बार बंद हो जा रही है। केदारनाथ, बदरीनाथ हाईवे कई बार बारिश के कारण बंद हो चुका है, उधर कुमाऊं में चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों के साथ-साथ बागेश्वर में भी भारी बारिश का जनजीवन और सड़कों पर बुरा असर पड़ रहा है। मैदानी इलाकों में देहरादून से लेकर हरिद्वार और उधम सिंह नगर तक सड़कों और रिहायशी इलाकों में जलभराव की समस्या सामने आ रही है।
लेकिन इसे उत्तराखंड का प्रकृति के साथ सामंजस्य और संघर्ष कहा जाएगा कि कई परेशानियों के बावजूद जिंदगी यहां चलती रहती है। ऐसा ही एक उदाहरण तब सामने आया जब एक गर्भवती महिला को ले जा रही एंबुलेंस सड़क पर मलबा आने के कारण कीचड़ में फंस गई, पिथौरागढ़ में गर्भवती महिला को प्रसव के लिए मदकोट से मुनस्यारी ले जा रही एंबुलेंस बीच सड़क पर मलबे में फंस गई। एंबुलेंस कर्मियों ने मौके पर ही प्रसव कराया।
एंबुलेंस के ईएमटी धीरेंद्र बर्फाल ने सड़क पर फंसी एंबुलेंस में ही प्रसव कराया। इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से धक्का देकर एंबुलेंस को कीचड़ से निकाला गया। बाद में एंबुलेंस से जच्चा-बच्चा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी पहुंचाया गया।
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