रोजगार का वादा 2019 में भी रहा अधूरा, 24000 पदों के लिए 2020 हो सकता है निर्णायक
उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार बनने के बाद सरकारी विभागों में खाली पड़े 24000 पदों को लेकर राज्य सरकार की कवायद अब तक फेल रही है । रोजगार वर्ष के रूप में मनाए जाने के बावजूद भी इस साल के खत्म होने तक सरकार 24000 पदों को नहीं भर पाई है। 24000 पदों को भरने को लेकर सरकारी मशीनरी का हाल ये है कि पिछले दिनों एक बैठक में मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी अधिकारियों को फटकार लगाई थी और उनसे इस भर्ती प्रक्रिया को तेज करने को कहा था। खाली पड़े इन सरकारी पदों को लेकर अब 2020 को निर्णायक वर्ष माना जा रहा है, क्योंकि अगर 2020 की पहली छमाही में इन खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है तभी राज्य सरकार के 5 साल पूरे होने तक इन 24000 पदों पर नियुक्ति हो पाएगी। हालांकि जब राज्य में विधानसभा चुनाव हुए थे उस वक्त दावा किया गया था कि सरकार 6 महीने के अंदर खाली पदों को भर देगी।
उत्तराखंड में बेरोजगारी के आंकड़े ये बताते हैं कि उत्तराखंड के रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 7,31,000 है, अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 17.4 फीसदी शिक्षित युवा बेरोजगार हैं, छोटा राज्य और पलायन की समस्या और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे रहने के कारण ये आंकड़े चिंतित करने वाले हैं। अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित उत्तराखंड के समाचारों का एकमात्र गूगल एप फोलो करने के लिए क्लिक करें….Mirror Uttarakhand News
( उत्तराखंड की नंबर वन न्यूज, व्यूज, राजनीति और समसामयिक विषयों की वेबसाइट मिरर उत्तराखंड डॉट कॉम से जुड़ने और इसके लगातार अपडेट पाने के लिए नीचे लाइक बटन को क्लिक करें)