यूं ही नहीं चुना था मेजर विभूति ढोंडियाल ने निकिता को, इस प्रेम कहानी के पीछे भी है देशभक्ति और फौज
पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हुए आतंकी हमले में 40 सैनिकों की शहादत का बदला लेकर उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले मेजर विभूति ढोंडियाल शहीद हो गए, लेकिन अपने पीछे छोड़ गए भारतीय सेना के जवानों की बहादुरी की एक अमिट गाथा और मेजर की अंतिम यात्रा के वक्त उनकी पत्नी निकिता ने जो बहादुरी दिखाई, उसकी देशभर में तारीफ हो रही है।
मेजर विभूति ने मूल रूप से कश्मीर की रहने वाली और दिल्ली में बसी निकिता से प्रेम विवाह किया था, निकिता को चुनने के पीछे निकिता की बहादुरी ही थी। निकिता और मेजर ढोंडियाल की मुलाकात 4 साल पहले दिल्ली में हुई थी और विभूति को निकिता का देशप्रेम और बहादुरी पसंद आ गई थी। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली, निकिता पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्रा रही हैंं और फिलहाल टीसीएस में अच्छे पद पर काम करती हैं। अमर उजाला अखबार में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार पंजाब यूनिवर्सिटी में निकिता के एमबीए के शिक्षकों ने भी उनकी बहादुरी की तारीफ की है, शिक्षकों ने बताया कि निकिता कॉलेज के जमाने से ही काफी बहादुर थींं, वो अपने विश्वविद्यालय की हर एक्टिविटी में हिस्सा लेती थीं और देश प्रेम और फौजियों के लिए उनके दिल में खास जगह थी।
मंगलवार को जब देहरादून में मेजर विभूति की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी, उस वक्त निकिता ने बड़ी बहादुरी से मेजर को आई लव यू कहा और उनके पार्थिव शरीर के सामने बहादुरी दिखाते हुए मेजर की बहादुरी की तारीफ की। उसके बाद निकिता का ये वीडियो पूरे देश में वायरल हो रहा है और इस बहादुरी के बाद न सिर्फ हमारी सेना के बहादुर जवानों का पराक्रम सामने आ रहा है बल्कि उन्हें दुश्मन से लड़ने में मदद करने वाली उनकी बहादुर पत्नियों की हिम्मत और हौसला भी लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर रहा है।
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Mirror News