उत्तराखंड में तेंदुए तेजी से बना रहे हैं बच्चों को शिकार, बन रहा है बड़ी चिंता का विषय
उत्तराखंड में पिछले कुछ सालों में मानव और वन्यजीव संघर्ष में काफी तेजी आई है और यहां इस संघर्ष में तेंदुए और भालू अपनी लड़ाई जीतते हुए दिखाई दे रहे हैं। पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड में तेंदुए ने काफी संख्या में लोगों को अपना शिकार बनाया है, वहीं भालू के हमलों का मामला भी अक्सर सामने आ जाता है। सबसे ज्यादा चिंता का विषय है तेंदुआ, क्योंकि यह रिहायशी इलाकों में भी हमला कर रहा है और बच्चों को अपना निशाना बना रहा है!
स्थानीय वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में तेंदुए के बर्ताव में काफी कुछ बदलाव दिखा है । तेंदुए अब रिहायशी इलाकों के आसपास रहने लगे हैं और यह कमजोर शिकार पर अपनी नजर ज्यादा गढ़ाते हैं इसमें इंसान के बच्चे सबसे आगे रहते हैं। जंगल में तेंदुए के लिए भोजन की कमी एक बड़ा कारण है, लेकिन इस तरह इस वक्त राज्य में तेंदुए के द्वारा बड़ों और बच्चों को शिकार बनाने की घटना काफी बढ़ गई है, प्रशासन की ओर से व्यवसायिक शिकारियों को लगाकर नरभक्षी तेंदुओं को मारा जा रहा है लेकिन उसके बाद भी घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आ रही है और दिन प्रतिदिन घटनाएं बढ़ती जा रही है । ऐसे में राज्य में वन्यजीव- मानव संघर्ष को रोकने के लिए एक बड़ी कार्ययोजना की जरूरत महसूस हो रही है जिससे पहले लोगों में जागरूकता लाने के साथ-साथ इन घटनाओं को रोकने के लिए सोच विचार करने की जरूरत है।
Mirror Editorial
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