कुमाऊँ रेजीमेंट के हवलदार के निधन से परिजनों में शोक, फौजी अफसरों को ट्रेनिंग देते थे लक्ष्मण सिंह
फौज में जेसीओ और एनजीओ जब फौज में अफसर तैयार करने के लिए इंस्ट्रक्टर बनते हैं तो यह उनके लिए गर्व का पल होता है। उत्तराखंड के ऐसे ही एक हवलदार का निधन हो गया है और उनके निधन से उनके परिजनों में काफी शोक है । कुमाऊँ रेजीमेंट के हवलदार भारतीय सैन्य अकादमी में इंस्ट्रक्टर थे और वह यहां फौजी अफसरों को ट्रेनिंग देकर उन्हें युद्ध के मैदान के लिए तैयार करते थे। कमीशन मिलने के बाद यही ट्रेनिंग अफसरों को कामयाब बनाती है।
हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के शांतिपुरी के ग्राम खमियां नंबर दो सत्य सत्संग आश्रम निवासी लक्ष्मण सिंह कोरंगा पुत्र स्व. बसंत बल्लभ की। वो 8 कुमाऊं रेजीमेंट में हवलदार थे। वे तीन सालों से आईएमए देहरादून में इंस्ट्रक्टर पद पर तैनात थे। अचानक पीलिया बिगड़ने से ड्यूटी के दौरान लक्ष्मण बेहोश हो गए थे। उन्हें उपचार के लिए महंत इंद्रेश अस्पताल देहरादून में भर्ती कराया गया था। उनकी किडनियां भी जवाब दे गई थी। शनिवार की सुबह लक्ष्मण सिंह कोरंगा की मृत्यु हो गई ।
शनिवार देर रात तिरंगे में लिपटकर लक्ष्मण का शव उनके आवास पहुंचा तो बीमार पत्नी उषा और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वर्ष 2009 में उनकी शादी हुई थी और उनकी कोई संतान नहीं थी और रविवार की सुबह पत्नी ने बेहद नम आंखों से पति को विदाई दी। इसके बाद रानीबाग के चित्रशिला घाट में लक्ष्मण का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी चिता को बड़े भाई फौजी यशवंत सिंह ने मुखाग्नि दी।
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