उत्तराखंड : हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पौने तीन लाख श्रद्धालु पहुंचे इस बार
सिखों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और उत्तराखंड के पांचवें धाम के रूप में माने जाने वाले हेमकुंड साहिब के कपाट आज दोपहर 2 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं, इसी के साथ हिंदुओं के आस्था के प्रतीक लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट भी आज 12 बजे बंद कर दिए गए।
चमोली जिले में समुद्रतल से 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित इन दोनों तीर्थ स्थलों के कपाट बंद करते वक्त 7000 से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे। इस यात्रा सीजन में 2.83 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे।
सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहाँ पूजा अर्चना की थी। बाद में इसे गुरूद्वारा धोषित कर दिया गया। इस दर्शनीय तीर्थ में चारों ओर से बर्फ़ की ऊँची चोटियों का प्रतिबिम्ब विशालकाय झील में अत्यन्त मनोरम एवं रोमांच से परिपूर्ण लगता है। इसी झील में हाथी पर्वत और सप्त ऋषि पर्वत श्रृंखलाओं से पानी आता है। एक छोटी जलधारा इस झील से निकलती है जिसे हिमगंगा कहते हैं। झील के किनारे स्थित लक्ष्मण मंदिर भी अत्यन्त दर्शनीय है। अत्याधिक ऊँचाई पर होने के कारण वर्ष में लगभग ७ महीने यहाँ झील बर्फ में जम जाती है।
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